सत्य और ज्ञान की रोशनी अंतत: हर कठिनाई को मिटा देती है : नीतिश अग्रवाल

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दीपावली का पर्व जाति, भाषा और क्षेत्र की सीमाओं को मिटाकर एकता का प्रतीक बन चुका है : डा. श्रीप्रकाश मिश्र।
पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल, उनकी धर्मपत्नी श्रीमत्ती शिवांगी आर्य ने मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों के बीच दीपवाली मनाई।
कुरुक्षेत्र 21 अक्टूबर : दीपावाली का त्यौहार विविध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। प्रमुख रूप से यह बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। यह भगवान राम, उनकी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ राक्षसराज रावण को हराकर और सीता को लंका से छुड़ाकर अयोध्या लौटने का प्रतीक है। जब वे अयोध्या लौटे, वह अयोध्यवासियों ने उनका स्वागत दीप जलाकर किया, जो धर्म की विजय और अज्ञानता के नाश का प्रतीक है। यह विचार दीपावली के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन आश्रम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल ने बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल, उनकी धर्मपत्नी श्रीमत्ती शिवांगी आर्य एवं मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल, उनकी धर्मपत्नी श्रीमत्ती शिवांगी आर्य ने मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों के बीच दीपवाली मनाते हुए बच्चों से संवाद किया।
पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल ने कहा दीपावली का धार्मिक महत्व केवल एक पर्व का नाम नहीं, बल्कि यह मानवता के उस शाश्वत संदेश का प्रतीक है जिसमें प्रकाश सदा अंधकार को परास्त करता है। यह उत्सव हमें सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियाँ हों, सत्य और ज्ञान की रोशनी अंततः हर कठिनाई को मिटा देती है। पुलिसे अधीक्षक ने मातृभूमि सेवा मिशन के सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा मातृभूमि सेवा मिशन वास्तविक रूप से दीपाबली के संदेश को सार्थक कर रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षाता करते हुए मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा आज दीपावली भारत तक सीमित नहीं जो बल्कि यह एक वैश्विक पर्व बन चुका है। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल और थाईलैंड जैसे देशों में भी इसे उत्साह से मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय इसे अपनी संस्कृति से जुड़ाव का अवसर मानते हैं, जबकि विदेशी नागरिक भारतीय परंपरा को समझने के लिए इसे खुले दिल से अपनाते हैं। दीपावली का पर्व जाति, भाषा और क्षेत्र की सीमाओं को मिटाकर एकता का प्रतीक बन चुका है।
श्रीमती शिवांगी आर्य ने मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों को दीपावली की शुभकामनाये देते हुए कहा दीपावली जीवन निर्माण के संकल्प का पर्व है। मातृभूमि सेवा मिशन की ओर से पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शिवांगी आर्य को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गयापुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल ने दीपावली के पर्व पर सभी विद्यार्थियों को उपहार भेंट किये। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ से हुआ।




