पूर्वांचल ब्यूरो /अनुपम श्रीवास्तव
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नवीकृत ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा स्वयं आगे बढ़कर अयोध्या, काशी (वाराणसी) और अब मथुरा आदि शहरों में विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन कराने का मकसद वहां सबसे अंतिम पायदान पर खड़े सर्वाधिक निर्बल वर्ग के व्यक्ति को लाभ पहुंचाना है ।
शर्मा यहां सरकार द्वारा दीपावली के अवसर पर राज्य के सभी 17 नगर निगमों एवं कुछ नगर पालिका क्षेत्रों में आयोजित ‘विकास दीपोत्सव’ (दीवाली मेला) के अवसर पर मथुरा में रामलीला मैदान में लगाए गए मेले का उद्घाटन करने के पश्चात आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘जब से देश व प्रदेश में भाजपा शासित सरकारें आई हैं, होली, दीवाली, कृष्ण जन्माष्टमी आदि के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन कर निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं कि पर्यटन को बढ़ावा मिले। देश-विदेश के श्रद्धालु इन मौकों पर भारत आएं, सांस्कृतिक-सामाजिक कार्यक्रमों का अधिकाधिक आनन्द लें। जिससे यहां की अर्थ व्यवस्था में तेजी आए और हर स्तर के रोजगार करने वाले को उसका पूरा-पूरा फायदा मिले।”
मंत्री ने कहा, प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ की शुरुआत की तो वाराणसी में ‘देव-दीपावली’ का आयोजन प्रारम्भ हुआ। तत्पश्चात, मथुरा में पहले होली, फिर कृष्ण जन्मोत्सव और अब दीपोत्सव का आयोजन इसी क्रम में किया जा रहा है।
शर्मा ने नगर की जनता से दीवाली के मौके पर घरों की साफ-सफाई के साथ अपने घरों के आसपास भी सफाई रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, जहां स्वच्छता है, वहीं स्वास्थ्य भी है। इस समय वैसे भी मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप चल रहा है, इसलिए साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान दें।