त्रिदेव को प्रसन्न करने के लिए वैशाख का महीना विशेष फलदायक।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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हर जीव में नारायण को देखते हुए पशु पक्षी पेड़ पौधों को जल अर्पित करे।
आज 28 अप्रैल 2021 बुधवार से वैशाख मास का आरंभ हो गया है और 26 मई 2021 को समाप्त होगा।
कुरुक्षेत्र :- आज 28 अप्रैल बुधवार को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। चैत्र मास का समापन हो चुका है। अब वैशाख मास आरंभ हो चुका है। हिंदू धर्म में वैशाख के महीने का विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु का प्रिय मास माना जाता है।
वैशाख मास के प्रमुख पर्व और व्रत –
अक्षय तृतीया, गंगा सप्तमी, वरुथिनी एकादशी और भगवान परशुराम जन्म , शंकराचार्य जयंती, गंगा सप्तमी पूजन, वैशाख पूर्णिमा और नरसिम्हा जयंती जैसे महत्वपूर्ण पर्व और व्रत वैशाख के महीने में ही पड़ रहे हैं।
28 अप्रैल 2021 बुधवार को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। इस दिन चंद्रमा तुला राशि में गोचर कर रहा है। इस दिन नक्षत्र विशाखा है।
वैशाख मास में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और मेहश की पूजा का विशेष पुण्य बताया गया है। इन तीनों देवताओं को प्रसन्न करने के लिए वैशाख का मास सबसे उत्तम माना गया है. ऐसा माना जाता है कि वैशाख मास में ब्रह्मा जी, भगवान विष्णु और भगवान शिव पूजा से बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि वैशाख मास में सिर्फ जल देने मात्र से ही त्रिदेव प्रसन्न हो जाते हैं।
हर जीव में नारायण को देखते हुए पशु पक्षी पेड़ पौधों को जल अर्पित करो इसी में हम सब का कल्याण है। रोग निवारण के लिए अब घरों में स्थान के अभाव में गमलों में पीपल , नीम, तुलसी इत्यादि के पौधे उत्तम।