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पशुवधशाला के असहनीय दुर्गंध से स्थानीय क्षेत्र के लोग परेशान।
फ़ारबिसगंज (अररिया)
प्रखण्ड के हलहलिया पंचायत के सुखसेना गाँव के मध्य में 2014 से तीन पशुवधशाला चल रहा है। तीनों फैक्टिरियों का नाम मैसर्स अल समीर, मैसर्स जकरिया व मैसर्स मरहबा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन तीनो फ़ैक्टरी से अत्यधिक दुर्घन्ध बाहर निकलती है, जिससे आसपास के क्षेत्र के लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बताते चले कि लगभग 10 किमी फैक्ट्री के चारो तरफ असहनीय दुर्घन्ध फैली रहती है। पशुवधशाला के आस पास के क्षेत्र घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहाँ मजदूर वर्ग के लोग जिंदगी जीने को मजबूर है, और भारी परेशानियों का सामना कर रहे है। इस असहनीय दुर्घन्ध से सिर दर्द, सांस की बीमारियां, बेचैनी, घबराहट,डायरिया, उल्टी, चर्म रोग आदि जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। कुड़वा लक्ष्मीपुर के वार्ड सदस्य मुकेश यादव ने बताया कि फैक्ट्री के द्वारा मांस की धुलाई के बाद उस गंदे पानी और पशु रक्त को सीधा बोरवेल के माध्यम से जमीन में छोड़ा जा रहा है इस प्रक्रिया से कुछ वर्ष पश्चात भूमिगत जल प्रदूषित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में आसपास का क्षेत्र भयंकर बीमारियों से ग्रसित हो सकता है। वार्ड सदस्य अवतार मंडल ने कहा कि कई बार स्थानीय किसान व मजदूर वर्ग के लोगों ने जन आंदोलन भी किया लेकिन इसके बावजूद भी पशुवधशाला यथावत है।
फ़ोटो कैप्सन-
मांस के धुलाई के बाद गन्दे पानी व रक्त से बना कचरा का अंबार।