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जयराम विद्यापीठ में सावन पूजन के साथ भगवान भोलेनाथ की स्तुति का निरंतर हो रहा गुणगान।
कुरुक्षेत्र, 17 जुलाई : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के सान्निध्य एवं प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर स्थित श्री जयराम विद्यापीठ में विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर सावन महीने का पूजन एवं अभिषेक निरंतर किया जा रहा है। इस मौके पर शिव भक्तों के साथ सर्वकल्याण की भावना से प्रतिदिन रुद्राभिषेक भी किया जा रहा है। रविवार को स्व. सतीश गुप्ता की स्मृति में यजमान परिजन सुमित गुप्ता, रीनू गुप्ता, रेखा गुप्ता, अनिल गुप्ता, वंदना गुप्ता, अतुल, प्रिया अग्रवाल, सचिन, नीतू गुप्ता, रोहित, शैली गोयल व अनमोल ने रुद्राभिषेक किया एवं भंडारा दिया। आचार्य राजेश प्रसाद लेखवार तथा ब्रह्मचारियों ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ सर्व कल्याण की भावना से रुद्राभिषेक सम्पन्न करवाया। इस मौके पर जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने बताया कि सावन महीने में भगवान भोले नाथ की स्तुति से जीवन के सभी दुखों का नाश होता है। सावन महीने में शिवलिग पर गंगाजल अर्पित करने का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि अध्यात्म सिद्धि से लेकर जीवन में सुख समृद्धि की कामना के लिए इस महीने में विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं। ब्रह्मचारी ने कहाकि हजारों वर्ष पहले क्षीर सागर मंथन के दौरान अमृत का घड़ा मिला तो राक्षसों ने देवताओं से छीन लिया और मोहिनी रूप धारण कर भगवान विष्णु ने राक्षसों से इस घड़े को अपने हाथ में लिया। देवताओं और राक्षसों को अलग-अलग कतार में बैठाया और अमृत देवताओं को पिला दिया। समुंद्र से जहर का घड़ा मिला तो भगवान शंकर के अतिरिक्त किसी ने उसे पीने का साहस नहीं दिखाया। उन्होंने कहाकि इसी लिए कहा जाता है कि भगवान भोले नाथ अपने प्रिय भक्तों का प्रत्येक कष्ट हर लेते हैं। इस मौके पर श्रवण गुप्ता, के के कौशिक, टेक सिंह लौहार माजरा, राजेश सिंगला व अशोक गर्ग भी मौजूद थे।
श्री जयराम विद्यापीठ के श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में सावन पूजन एवं रुद्राभिषेक करवाते हुए श्रद्धालु।