वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र की सड़कों और गलियों पर बेसहारा पशुओं का बना है डेरा
आवारा व बेसहारा पशु बना रहे हैं खड़े वाहनों को भी टारगेट।
कुरुक्षेत्र, 28 जुलाई : कुरुक्षेत्र शहर की सड़कों और विभिन्न कालोनियों की गलियों में बेसहारा पशुओं का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इसे रोकने में स्थानीय प्रशासन असहाय सा नजर आ रहा है। हाल ही नगर की पटेल नगर में हुई महिला की मौत की घटना प्रमाण है। कुरुक्षेत्र वासियों की लम्बे समय से शिकायत है कि शहर की विभिन्न मुख्य सड़कों, चौराहों, गली मोहल्लों में बड़ी संख्या बेसहारा एवं आवारा पशु झुंड बनाकर खड़े हो जाते हैं जिस कारण राहगीरों, वाहन चालकों को हमेशा हादसे का भय सताता रहता है। हालत तो यहां तक है कि इन आवारा व बेसहारा पशुओं कहर सड़क व गलियों में खड़े दो पहिया वाहनों और अन्य वाहनों पर भी टूट रहा है। सांड व गाय ही नहीं बड़ी संख्या में एकत्रित होकर कुत्ते भी वाहनों पर चढ़ कर नुकसान पहुंचाते हैं। स्थानीय रेलवे रोड़ निवासी विनय मिगलानी, हर्षित कुमार, नरेंद्र, सुभाष कवात्रा, हंसराज ने बताया कि वैसे तो रोजाना ही बड़ी संख्या में आवारा सांड सड़कों और गलियों में घूमते रहते है लेकिन पिछले दिनों तो आवारा सांडों ने सड़क पर खड़ी तीन एक्टिवा, दो स्पलेंडर मोटर साइकिल और एक कार को अधिक नुकसान पहुंचाया। कुछ वाहनों की बॉडी और शीशे टूट गई। इसी तरह सैक्टर 5 निवासी गगनदीप सिंह, अशोक कुमार, नरेंद्र व गुलशन इत्यादि ने बताया कि उनके लिए घर से बाहर वाहन खड़ा करना तो मुश्किल है। वाहनों पर चढ़ कर सीटों को नुकसान पहुंचाते हैं तथा साफ सुथरे खड़े वाहनों को भी गंदा कर देते हैं। हालांकि पटेल नगर की घटना के बाद प्रशासन आवारा व बेसहारा पशुओं के समाधान के लिए कदम उठाने की बात तो कर रहा है। लोगों की चिंता है कि शहर कब आवारा व बेसहारा पशुओं से मुक्त होगा।
अर्बन एस्टेट में वाहनों व गलियों में कुत्ते।