अयोध्या:—-
ग़मगीन माहौल में निकला रूदौली में चेहलूम का जुलुस
कोरोना गाइडलाइन के अनुसार 100 अजादारों की मौजूदगी में मौलाना ने मजिलस को किया खिताब
मनोज तिवारी ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या
भेलसर(अयोध्या)पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा(स०)के नवासे हज़रत इमाम हुसैन(अलै0)को उनके इकहत्तर साथियों के साथ करबला के मैदान मेें यजीद के हुक्म से दस मोहर्रम को शहीद कर दिया गया था।इमाम हुसैन और शोहदा ए कर्बला का चेहल्लुम उनकी शहादत के चालीसवें दिन यानि बीस सफर को मनाया जाता है।हमेशा की तरह इमाम हुसैन अ स० का चेहल्लुम मनाया गया।
रूदौली में चेहलूम का जुलूस बड़ी दरगाह हज़रत अब्बास से कोरोना गाइड लाइन के अनुसार सामाजिक दूरी का पालन करते हुए निकाला गया।जुलुस से पहले एक मजलिसे अज़ा हुई जिसको फैज़ाबाद से आये मौलाना सैय्यद मोहम्मद मोहसिन ने ख़िताब किया।मौलाना ने जब कर्बला के शहीदों का मंजर बयां किया तो मजलिस में मौजूद अजादार बिलख उठे।बाद मजलिस रूदौली की मुक़ामी अंजुमन ने नोहांख्वानी की।जुलुस बड़ी दरगाह हज़रत अब्बास अ स० से निकला।इस दौरान अजादारों ने कर्बला की सरजमी पर 72 रिश्तेदारों सहित शहीद हुए।मुहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की याद में गम मनाया और जुलुस निकाल कर अपना दुःख प्रकट किया।गमजदा मुस्लिमों ने सीनाजनी करते हुए इमाम हुसैन को याद किया।
रात में जुलुस बड़ा इमामबाड़ा मोहल्ला सूफियाना पहुचा।जहाँ पर अलविदाई मजलिस हुई जिसको सूफी डॉक्टर नज़ीर अब्बास ने ख़िताब किया।
दहकते अंगारो पर या हुसैन कहते हुए गुज़रे अजादार
चेहलुम का जुलुस बड़ा इमाम बड़ा मोहल्ला सोफियाना पहुंचा जहाँ पर हजरत इमाम हुसैन की शहादत के बाद यजीद की फौज ने उनके खेमों में आग लगा दी थी।इसी मंजर की याद में अजादारों ने दहकते अंगारो पर चल कर आग पर मातम किया।
जुलुस में कोतवाल रूदौली विनोद बाबू मिश्रा,नयागंज चौकी इंचार्ज रणजीत यादव,किला चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।जुलुस के बाद चेहल्लुम कमेटी ने पुलिस प्रशासन,नगर पालिका परिषद् तथा जुलुस में आये हुए सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।इस दौरान सूफी डॉ0 नज़ीर अब्बास,कैशी नवाब अली,जफ़र सैफ रिज़वी,फ़राज़ हैदर,हसन इमाम सहित काफी तादाद में अजादार मौजूद रहे।