शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पर मिटने वालों का बाकी यही निशा होगा
सरदार भगत सिंह ने अपनी मां से कहा था कि मेरी लाश लेने आप मत आना कुलबीर को भेज देना कहीं आप रो पड़ी तो लोग कहेंगे कि भगत सिंह की मां रो रही है
23 मार्च फिरोजपुर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}
Streamline welfare society के चीफ एडवाइजर कम चेयरमैन प्रधान दीवान चंद मुखीजा ने बाबा नामदेव चौक पर शहीदे आजम सरदार भगत सिंह का 90वां शहीदी दिवस मनाया और शहीदे आजम सरदार भगत सिंह के स्मारक पर श्रद्धा के सुमन समर्पित किए और शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की जीवनी पर आधारित उनके विचारों को साझा किया और उनकी विचारधारा पर चलने की प्रेरणा दी
हमारे देश को आजादी दिलाने में बहुत से क्रांतिकारियों ने अपनी जाने कुर्बान की है शहीद भगत सिंह जी ने यह कहा था कि हमारा देश आजाद तो हो जाएगा मगर गोरे अंग्रेज से मुक्त होने के बाद इस देश पर काले लोग राज करेंगे हम आजाद तो हो गए हमारा मुल्क आजाद तो हो गया मगर मानसिक रूप से हम आज भी गुलाम हैं यह शब्द श्री पीसी कुमार वरिष्ठ समाज सेवक ने आज शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की स्मारक पर फूल मालाएं अर्पित करते वक्त कहे फिरोजपुर के नामदेव चौक पर फिरोजपुर की सामाजिक एवं धार्मिक संस्थानों ने मिलकर सरदार भगत सिंह के स्मारक पर फूल मालाएं अर्पित की उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश पर राज करने वाले कुछ भ्रष्ट नेता और भ्रष्ट अफसरशाही हमारे ही देश को लूट लूट कर खा रहे हैं देश की जनता का हक खा रहे हैं यह कैसी व्यवस्था है कि कुछ भ्रष्ट लोग आलीशान जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं जबकि जनता आज भी भूख बेरोजगारी रोटी कपड़ा और मकान के अभाव में जीवन व्यतीत कर रही है इसलिए जनता को पुनः जागना होगा और हम अपने हक के लिए एक लड़ाई और लड़नी होगी और ऐसे भ्रष्टाचारियों को उजागर करना होगा इनसे अपना हक छीनना होगा यह कैसे सेवक है जो सेवा के नाम पर आते हैं और जनता का पैसा लूट कर अपने पेट भरते हैं और गरीब आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है
उन्होंने आगे कहा कि कोई भी अपना फर्ज अदा करने को तैयार नहीं है मगर हक लेने के लिए सभी तैयार बैठे हैं आइए हम आज हम अपने उसूलों पर चलने का प्राण करें लीडर लोग साल में एक बार शहीदों की समाधि पर जाकर फूल मालाएं अर्पण करके फोटो खिंचवा लेते हैं लेकिन शहीदों को भूल जाते हैं श्री कुमार ने कहा कि देश के लिए कुर्बानी देने वाले को शहीद कहा जाता है लेकिन देश के हित में काम करने वाले को परम शहीद कहा जाता है मगर अफसोस के इस समाज में ना तो शहीदों की कोई कदर है और ना ही परम शहीदों की कोई सुनता है इसीलिए देश में देशभक्ति का जज्बा लगभग समाप्त होता जा रहा है लोगों को जागृत होना समय की मांग है और इस मांग के लिए हमें सभी को प्रण करना होगा तभी जाकर हम देशभक्ति का जज्बा कायम रख पाएंगे इस मौके पर हरभगवान कंबोज (प्रधान) केएल गुलाटी, सतपाल चूघ, अशोक चूघ ,केसी गलहोत्रा, रामकिशोर वधवा, पुष्प लता, नवनीत अरोड़ा, सुरजीत कौर, रोशन लाल, रमेश बजाज, राजकुमार धवन, मास्टर वडीक चद,परमजीत कौर, जे एस कुमार (प्रेस रिपोर्टर)और भी शहर के गणमान्य उपस्थित थे