वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
विद्यापीठ में सर्वकल्याण की भावना से किया गया तीन दिवसीय अनुष्ठान।
कुरुक्षेत्र, 19 जून : तीर्थों की संगम स्थली धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के तट पर स्थित श्री जयराम विद्यापीठ में श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ज्येष्ठ महीने की द्वादशी पर हवन यज्ञ के साथ तीन दिन से चल रहे निर्जला एकादशी अनुष्ठान का विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ समापन हुआ। यह तीन दिवसीय अनुष्ठान सर्वकल्याण की भावना से किया गया। इस अनुष्ठान को टीक निवासी उमाकांत शर्मा की धर्मपत्नी सुलोचना शर्मा, परिवार के सदस्यों रविंद्र शर्मा, मनीषा, विनोद शर्मा, बबीता, सुनीता, दीपक, कविता, धर्मपाल, सुभाष, कोम्पल शर्मा, राघव, अर्पित व सुशील ने यजमान के तौर पर सम्पन्न करवाया। प. पंकज पुजारी एवं विद्यापीठ के ब्रह्मचारियों ने तीन दिवसीय पूजन अनुष्ठान को करवाया। श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया कि निर्जला एकादशी को सभी एकादशी में सर्वोत्तम माना गया है। इस का पूजन व अनुष्ठान करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की सदैव कृपा बनी रहती है। उन्होंने बताया कि द्वादशी पर इस अनुष्ठान का समापन करने पर विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
अनुष्ठान के समापन पर हवन यज्ञ करते हुए।