देहरादून: पुष्कर सिंह धामी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद भले ही काम की बात कुछ आगे ना बढ़ पा रही हो लेकिन मुख्यमंत्री निवास में ऐसे लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है जो इस वित्तीय वर्ष के लिए सरकार से मोटी धनराशि कमाना चाहते हैं
कुछ ऐसे लोग भी घूम रहे हैं जो पहले ही इस प्रकार की कमाई के लिए जाने जाते रहे हैं। आज पुष्कर सिंह धामी की सूफी गायक कैलाश खेर के साथ मुख्यमंत्री निवास में हुई मुलाकात ने इस बात की संभावना बढ़ा दी है। जिस कैलाश खेर को पिछली सरकार ने केदारनाथ पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए ₹12 करोड दिए थे वह फिर से मुख्यमंत्री दरबार में घूमने लगे हैं कैलाश खेर द्वारा बनाई गई 12 करोड़ की डॉक्यूमेंट्री आज तक किसी ने नहीं देखी ना किसी ने कैलाश खेर से पूछा कि वह ₹12 करोड कहां गए
कैलाश खेर से कुछ दिन पहले पुष्कर सिंह धामी से पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर की भी मुलाकात हुई यह मुलाकात सामान्य मुलाकात नहीं थी। बताया जा रहा है कि पुष्कर सिंह धामी ने आचार संहिता से कुछ घंटे पहले सूचना विभाग के माध्यम से पांचजन्य को लाखों रुपए के देकर उपकृत किया था। पांचजन्य को इससे पहले इतनी भारी-भरकम धनराशि कभी भी उत्तराखंड सरकार से नहीं मिली थी। धामी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद पांचजन्य के संपादक भविष्य में इसी प्रकार की धनराशि के विज्ञापनों की अपेक्षा में मुख्यमंत्री से मिले देखना है कि कैलाश खेर और पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर को पुष्कर सिंह धामी और कितने बड़े काम देकर उपकृत करते हैं। मजेदार बात यह है कि पांचजन्य को उत्तराखंड में पढ़ने वाले लोग ढूंढने से भी नहीं मिल रहे देखने वाली बात यह भी होगी कि कैलाश खेर और पांचजन्य के बाद ऐसे लोगों की बढ़ती संख्या को देखकर और कितने लोग उत्तराखंड का रुख करते हैं।