चर्च चौराहे पर क्रिसमस डे पर मेले जैसा रहा दृश्
आजमगढ़ :चर्च चौराहे पर सुबह से ही युवाओं बच्चों महिलाओं में क्रिसमस पर्व मनाने का जोश दिखाई दिया।क्रिसमस का महत्व ईसाइयों के लिए बहुत अधिक होता है। प्रभु यीशु के जन्म के अवसर पर यह त्योहार मनाया जाता है। क्रिसमस का पर्व ईसाइयों में ही नहीं सभी धर्मों में पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी की क्रिसमस का पर्व 1 दिन का नहीं बल्कि पूरे 12 दिन का पर्व है और यह पर्व क्रिसमस की पूर्व संध्या से शुरू हो जाता है जगह-जगह प्रार्थना व सभाएं हुई तथा प्रभु यीशू को याद किया गया। ख़ास बात रही कि कई स्थानों पर इसाई ही नहीं सभी धर्म व जाति के लोगों ने पूरे उल्लास संग आयोजनों में भाग लिया और एक दूसरे को फूलों व चाकलेट का उपहार भी दिया। शहर के जजी चौराहा स्थित होली ट्रिनिटी चर्च पर सुबह से ही लोगों ख़ास कर युवा वर्ग की भीड़ उमड़ी रही। यहाँ पर कोरोना गाइड लाइन के तहत सादगी पूर्ण तरीके से प्रार्थना सभा हुई। हालांकि यहां सुबह से लेकर शाम तक मेले जैसा दृश्य रहा। बच्चे दिनभर यहां आनंद लेते रहे। विशेष प्रार्थना सभा के बाद मुख्य हॉल का गेट बंद कर दिया गया था। लोग घंटों इंतजार करते रहे। क्रिसमस डे के साथ नए वर्ष की तैयारियां शुरू हो जाती है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं दी