मेहनगर आजमगढ़ स्थानीय तहसील के अंतर्गत ग्राम सभा मालपार में एक विधवा का नाम खतौनी से गायब कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है । जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के यशस्वी मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार पर लगाम कसने का काम कर रहे हैं। वही दूसरी तरफ मेहनगर तहसील में भ्रष्टाचार और धन उगाही चरम सीमा पर चल रही है। वहीं सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मेरे माता का नाम उर्मिला पत्नी स्वर्गीय राजबहादुर है जिनका नाम बतौर संक्रमण भूमिधर दर्ज है। परंतु भ्रष्टाचार के आलम में उक्त विधवा का नाम खतौनी से गायब कर दिया गया है। विधवा के पास कुल चार बीघा जमीन है। इसके बावजूद बेचारी विधवा अपना नाम खतौनी में दर्ज करने के लिए दर-दर भटक रही है। इसके बाबत तहसीलदार को प्रार्थना पत्र दिया गया था। जो आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई । आज पुनः विधवाने उप जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर खतौनी में नाम दर्ज करने की मांग की है। जिसने समस्या को जिला अधिकारी विशाल भारद्वाज जी का ध्यान आकर्षित करते हुए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
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Wed Jun 26 , 2024
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