अररिया
कोरोना महामारी की वजह से अब तक कई परिवारों को गंभीर नुकसान झेलना पड़ा है। संक्रमण की चपेट में आकर कई परिवार उजड़ गये तो कई बच्चों को अनाथ होना पड़ा। कई तो ऐसे हैं जिसकी देखभाल करने वाला परिवार का कोई सदस्य ही नहीं बचा है। मुश्किल परिस्थितियों से जूझ रहे ऐसे परिवार जब कहीं से कोई जरूरी मदद की उम्मीद लगाये बैठे थे तो चुनौतियों से भरे इस दौर में सरकार व स्थानीय प्रशासन हमदर्द बनकर पीड़ित परिवार के साथ खड़ा नजर आया। कोरोना संक्रमण की वजह से अपने पति को खो चुकी विभा देवी बताती हैं कि संक्रमण की वजह से हुई पति की मौत के बाद उनका पूरा परिवार उजड़ चुका था। अपने बूते परिवार के तीन छोटे-छोटे बच्चों का गुजर-बसर उन्हें मुश्किल मालूम हो रहा था। ऐसे दौर में सहायता राशि के रूप में मिली आर्थिक मदद उनके लिये बेहद मददगार साबित हुआ।
समय पर मिली सरकारी मदद से आसान हुई जिंदगी की राहें :
कोरोना पीड़ित परिवारों को उपलब्ध कराये जा रहे राहत किट देने के लिये जब विभागीय कर्मी अररिया प्रखंड अंतर्गत जमुआ वार्ड संख्या 06 स्थित विभा देवी के घर पहुंचे तो राहत पैकेट प्राप्त करते हुए उनकी आंखें डबडबा गयी। भावुकता भरे स्वर में उन्होंने कहा कि हम गरीबों के लिये अब सरकार व प्रशासन के माध्यम से मिलने वाली मदद ही एक मात्र सहारा है। सरकारी स्तर से समय समय पर जरूरी मदद अब तक मिलता रहा है। आगे भी इसे जारी रखने की जरूरत है। हालांकि कोरोना पीड़ित परिवारों के प्रति सरकार व प्रशासन का नजरिया अब तक सहानुभूतियों से भरा रहा है। इससे जिंदगी की राहें थोड़ी आसान हुई है।
अररिया फोटो नंबर 3 सहायता किट वितरण करते हुए