अनुपम श्रीवास्तव l
नगर के बीच स्थित रोडवेज परिसर में तीन करोड़ रुपये की लागत से भवन का निर्माण तो करा दिया गया लेकिन परिसर में पक्का फर्श नहीं बनाया जा सका है। बरसात का मौसम बीतने के बाद भी निर्माम कार्य अधर में लटका है।
इसकी वजह से परिसर में बने सात प्लेटफार्मों पर बसें नहीं खड़ी हो रही है। सड़क पर सवारियों को बैठाने से जाम लग रहा है। इससे यात्रियों के अलावा बस चालकों-परिचालकों को दिक्कत हो रही है।
वर्ष 2016 में रोडवेज परिसर में तीन करोड़ रुपये की लागत से नवीन भवन बनाने का कार्य प्रारंभ हुआ। 2019 में तैयार होने वाला भवन निर्माण का कार्य एक वर्ष देरी से पूर्ण हुआ। लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी पुराने भवन को नहीं तोड़ा गया था। जिसे वर्ष 2021 के जून में पुराने भवन को तोड़कर मलबे में तब्दील कर दिया गया। एक माह से अधिक समय तक मलबे को हटाया नहीं जा सका। बाद में मलबा तो हटा, लेकिन परिसर में फर्श निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं कराया जा सका है। परिसर में बसों के संचालन के लिए सात प्लेटफार्म बने हैं, लेकिन अधूरे कार्य के चलते बसें प्लेटफार्म से संचालित नहीं हो रही हैं। जबकि समय सीमा बीतने के बाद भी अभी तक कार्य को पूरा कराया नहीं जा सका है। हालांकि दो माह पूर्व परिसर में मिट्टी की भराई की गई। बारिश के कारण पूरे परिसर पानी और कीचड़ की भेंट चढ़ गया था। वर्तमान में स्थिति यह है कि रोडवेज की बसें प्लेटफार्म पर लगने के बजाए मुख्य मार्ग पर सवारियों को चढ़ा और उतार रहीं है। जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है।
कोट
बारिश के कारण परिसर में पानी भरा था। मिट्टी की भराई के बाद हुई बारिश में परिसर में काफी कीचड़ हो गया था। शीघ्र ही फर्श निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इसके लिए ठेकेदार को जिम्मेदारी दी गई है। जल्द ही बसें प्लेटफार्म से संचालित होंगी।-रमेश चंद्र, एआरएम, मऊ