वहां रे नगर निगम रुद्रपुर तेरी लीला अपरम्पार आखिर जन सूचना अधिकारी दीपक गोस्वामी ने खेल दिया बड़ा खेल पढ़ें यह खबर

पहले कहा उक्त बिंदुओं से संबंधित सूचना धारित नहीं है फिर अनन फनन में बना दिए तथा कथित दस्तावेज

रुद्रपुर – कहा जाता है सरकारी पदों पर काबिज अधिकारी जब किसी भी मामले में संदिग्ध पाए जाते हैं तो अपना दमन बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं,ऐसा ही एक संगीन मामला नगर निगम रुद्रपुर में तैनात लोक सूचना अधिकारी और सहायक नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी ने कर दिखाया है, चलिए पहले आपको इस मामले से संबंधित अहम जानकारी देते हैं, दरअसल रुद्रपुर नगर निगम में तैनात कर्मचारी कपूर सिंह पिछले लंबे अर्से से पुराने एस डी एम कोर्ट के कार्यलय में बतौर चपरासी के तौर पर नियुक्त थे,जब सरकार ने उत्तराखंड बनाने के बाद नये जिला मुख्यालय के भवन का निर्माण होने के बाद सभी प्राशसनिक कार्यलय यहां स्थांतरित कर दिए थे तो पुराने एस डी एम कोर्ट के कर्मचारी कपूर सिंह को नगर पालिका परिषद रुद्रपुर में तैनात कर दिया उसके बाद नगर पालिका परिषद को नगर निगम का दर्जा मिल गया वहीं पुराने एस डी एम कोर्ट की सरकारी जमीन पर उक्त कपूर सिंह ने अवैध रूप से कब्जा कर वहां एक दो मंजिला मकान का निर्माण कर नगर निगम के चंद अधिकारियों और कर्मचारियों को झांसे में लेकर अपनी पत्नी संध्या के नाम से कथित तौर पर हाउस टैक्स लागू करा लिया, और सरकार की लाखों करोड़ों की जमीन पर अवैध रूप से कुंडली मारकर बैठ गया,जब इस मामले की जानकारी मिली तो नगर निगम रुद्रपुर से जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत इस मामले में सूचना मांगी गई,जिस पर लोक सूचना अधिकारी और सहायक नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी ने यह कहते हुए सूचना उपलब्ध करा दी कि इस मामले में नगर निगम रुद्रपुर में कोई सूचना धारित नहीं है और आवेदक को प्रथम अपीलीय अधिकारी उप नगर आयुक्त शिप्रा जोशी से अपील करने की बात कही गई, जिसके बाद इस मामले में प्रथम अपीलीय अधिकारी उप नगर आयुक्त शिप्रा जोशी ने 5 जुलाई को अपील पर सुनवाई करते हुए दीपक गोस्वामी को सख्त हिदायत देते हुए निर्देश दिए कि इस मामले में जिला विकास प्राधिकरण, तहसील कार्यालय सहित अन्य विभागों से जानकारी जुटा कर संबंधित को सूचना उपलब्ध कराएं इसके लिए उन्होंने दीपक गोस्वामी को एक सप्ताह का समय दिया था लेकिन दीपक गोस्वामी ने अपने दमन को बचाने के लिए यहां बडा खेल दिया उन्होंने उक्त सूचना को गोल गोल घुमाने के लिए भरसक प्रयास किए और निगम के चंद कर्मचारियों को झांसे लेकर एक कूट रचित साजिश रची और दो अगस्त को सूचना उपलब्ध कराई यहां सोचने वाली बात यह कि इससे पहले जो सूचना उपलब्ध कराई गई थी उसमें कहा गया था कि इस मामले से कोई सूचना नगर निगम रुद्रपुर में धारित नहीं है लेकिन अब तथा कथित तौर बहुत से दस्तावेजों के साथ सूचना उपलब्ध कराई गई है सवाल यह है कि पहले जो सूचना नगर निगम रुद्रपुर के पास उपलब्ध नहीं थी अब उसी सूचना से संबंधित दस्तावेज कहा से पैदा हो गये हो गए, मसलन इस मामले में बड़ी गड़बड़ी उजागर हो रही है यहां यह भी बता दें कि उक्त कपूर सिंह हाल ही में सेवानिवृत्त हो चुका है इसका मतलब कपूर सिंह के सेवानिवृत्त होने तक इस तथा कथित मामले को दबाने का प्रयास दीपक गोस्वामी ने किया था फिलहाल अब इस मामले में द्वितीय अपीलीय अधिकारी राज्य सूचना आयुक्त उत्तराखंड से अपील की गई है वहीं दूसरी तरफ कुमाऊं मंडल के ईमानदार कमिश्नर दीपक रावत सहित सीएम पोर्टल और जिलाधिकारी उदयराज सिंह एडीएम नजूल पंकज उपाध्याय एस डी एम मनीष बिष्ट सहित तेहसीलदार रुद्रपुर को इसके प्रतियां भेजी गई है, माना जा रहा है कि इस मामले में नगर निगम रुद्रपुर के चंद अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक सकती है।

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