हिसार में होली के पर्व पर तीन दिवसीय श्री प्रहलाद चरित्र कथा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष -94161- 91877
छाया – रैना अरोड़ा।
हिसार 26 मार्च :- फाल्गुन और होली के पावन पर्व पर तीन दिवसीय श्री प्रहलाद चरित्र कथा एवं होली महोत्सव कार्यक्रम 27 व 28 मार्च को सायं 5 से 8 बजे तक होगा। इस कथा का आयोजन द एस.बी. रेस्ट्रो एंड ढाबा चावला नर्सिंग होम के सामने डाबड़ा चौक के सभागार में किया जाएगा। यह जानकारी परम श्रद्धेय श्री अत्री जी महाराज शुकतीर्थ उत्तर प्रदेश ने प्रेस वार्ता के माध्यम से एक निजी रेस्तरां में दी। परम श्रद्धेय अत्री महाराज ने कहा कि वर्तमान में हमारा समाज हमारी संस्कृति को दिन-प्रतिदिन भूलता जा रहा है। भारत वर्ष के त्यौहारों का आध्यात्मिक, प्राकृतिक और सामाजिक महत्व है। हमारे अनेक त्यौहार भगवान के अवतारों से जुड़े हैं जिनमें होली का त्यौहार भगवान कृष्ण से जुड़ा है तथा होली पर सभी भक्तगण उनके भक्ति रस में डूब जाते हैं। हमारे देश में होली व दीपावली बड़े त्यौहार हैं। इसी तरह दीपावली का त्यौहार भी भगवान श्री रामचन्द्र से जुड़ा है। इन त्यौहारों से लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं लेकिन आज के दौर में हम अपनी संस्कृति व त्यौहारों को भूलकर मात्र औपचारिकता के रूप में इन्हें मनाते हैं जबकि इन्हें पूरे आनन्द, उत्साह और उमंग से मनाना चाहिए। त्यौहार हमारे जीवन में वैसे भी नए उत्साह का संचार करते हैं।
श्री अत्री महाराज ने कहा कि उनका श्रद्धालुओं से आग्रह है कि वे होली का त्यौहार कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार ही मनाएं। वहीं उन्होंने पानी की कमी को देखते हुए त्यौहार को विभिन्न हर्बल रंगों से यह त्यौहार मनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर सुमित बजाज, भारत भूषण मदान, सुनील शर्मा, एडवोकेट राजश सिनारिया, राजीव अरोड़ा शंटी, इंद्र बजाज, मयंक बजाज, मदन लाल सेठी हांसी, दीपक जुनेजा, साहिल खोखज आदि उपस्थित रहे।