महिला डॉक्टर के उत्पीड़न मामले में पूर्व पीसीसीएफ सहित तीन वन अफसरों को मिला नोटिस


प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक

वन विभाग के एक पूर्व पीसीसीएफ सहित तीन बड़े वन अफसरों के खिलाफ एक महिला डॉक्टर ने उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। शासन ने तीनों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में गठित राज्यस्तरीय शिकायत निवारण समिति ने तीनों आरोपियों से एक सप्ताह में अपना पक्ष रखने को कहा है।  वन विभाग में तैनात एक महिला डॉक्टर ने वन विभाग के ही तीन बड़े अधिकारियों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इस संबंध में महिला आयोग में की गई शिकायत में पीड़िता ने तीनों पर अलग-अलग तरह से उत्पीड़न का आरोप लगाया था। आयोग ने शिकायत निवारण समिति को इसकी जांच के निर्देश दिए हैं।
इस मामले में समिति की गत 23 जून को बैठक हुई। बैठक में राज्य सरकार के इन अधिकारियों पर लगे आरोपों को गंभीर बताते हुए इसकी जल्द से जल्द जांच का निर्णय लिया गया। सचिव हरीश चंद्र सेमवाल की ओर से तीनों वन अधिकारियों को नोटिस भेजकर एक सप्ताह में अपना जवाब समिति के सामने रखने के निर्देश दिए गए। खास बात ये है कि आरोप लगाने वाली डॉक्टर को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के कार्यकाल में महिला सुरक्षा से जुड़ी एक योजना का ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की गई थी। ऐसे में समिति इस मामले को गंभीरता से ले रही है क्योंकि ये राज्य में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा महत्वपूर्ण मामला है।

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