अनुपम श्रीवास्तव l
महानगरों से दीपावली और छठ पर्व पर घर आने वाले परदेशियों को विभिन्न ट्रेनों में टिकट मिलना नामुमकिन दिख रहा है। उनके लिए एकमात्र विकल्प तत्काल टिकटों पर यात्रा है। इसका फायदा टिकट दलालों की ओर से खूब उठाया जा रहा है।
दीपावली से भी अधिक महत्व छठ पर्व का बलिया और बिहार के लिए है। बिहार और बलिया के लोग विभिन्न प्रदेशों में नौकरी और व्यापार करते हैं। दीपावली में घर आने की कोशिश में अगर चूक भी गए तो छठ पर्व पर बलिया और बिहार जरूर पहुंचते हैं। महत्वपूर्ण ट्रेनों में 100 से अधिक वेटिंग लिस्ट होने से उन्हें घर आने के लिए ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल लग रहा है। अप ट्रेनों में कोई खास वेटिंग नहीं है। कोशिश के बाद महानगरों में जाने के लिए फिलहाल टिकट मिल रहा है। इधर से जाने वाले यात्रियों की पूजा बाद टिकट के लिए परेशानियों का सामना करना तय है।