कोविशिल्ड की दूसरी डोज 84 से 112 दिनों के बीच और कोवैक्सीन की दूसरी डोज 28 से 42 दिनों के बीच लगवाना जरुरी। 69616 लोगों को जल्द से जल्द दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य।
कुरुक्षेत्र 13 अक्टूबर :- उप जिला सिविल सर्जन डा. अनुपमा ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए एक डोज ही काफी नहीं है, इस वायरस से बचने के लिए दूसरी डोज लगवानी बहुत जरुरी है। इसके साथ ही दोनों डोज को निर्धारित समयावधि के अंदर लगवाना जरुरी है। इस डोज के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रोटोकॉल भी बनाया है। इस प्रोटोकॉल के अनुसार कोविशिल्ड की दूसरी डोज 84 से 112 दिन तथा कोवैक्सीन की दूसरी डोज के लिए 28 से 42 दिनों के बीच का समय निर्धारित किया है।
डा. अनुपमा ने बुधवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति ब्यान में कहा कि कोरोना महामारी से पूरा विश्व प्रभावित हुआ। इस महामारी के संक्रमण से बचने के लिए सभी के सामने टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प सामने आया। इस उदेश्य को जहन में रखते हुए सरकार की तरफ से जल्द से जल्द और अधिक से अधिक लोगों को कोरोना बचाव का वैक्सीन लगाने का अभियान शुरु किया। इस अभियान को युद्घस्तर पर चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत कुरुक्षेत्र में कोरोना बचाव के लिए 8 लाख 8 हजार 237 डोज दी जा चुकी है। इसमें से 5 लाख 80 हजार 763 प्रथम डोज और 2 लाख 27 हजार 474 दूसरी डोज शामिल है।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में करीब 1 लाख 50 हजार से ज्यादा लाभार्थियों को कोविशिल्ड और कोवैक्सीन की डोज दी जानी है । इनमें से करीब 70 हजार लाभार्थी ऐसे है जो अभी कोरोना बचाव की दूसरी डोज से वंचित है। इन सभी वंचित लोगों को कोरोना बचाव की दूसरी डोज लगाने का संकल्प स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लिया गया है। इस उदेश्य को जहन में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी लगातार काम कर रहे है। इस जिले के लोगों से अपील भी की जा रही है कि जल्द से जल्द स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर कोरोना की दूसरी डोज लगवाना सुनिश्चित करे।