किसे सुनाएं व्यापारी अपना दर्द
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट बुढ़नपुर आजमगढ़ कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए जहां एक तरफ प्रदेश सरकार व प्रशासन लॉकडाउन को बढ़ाता जा रहा है। वही दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का कोई खौफ नहीं दिखाई दे रहा है। पूरे दिन बस दुकानें बंद रहती हैं, लेकिन लोग सड़कों पर टहलते रहते हैं । दुकानदारों की स्थिति पर गौर किया जाए तो पिछले वर्ष भी लगन के महीने में कोरोना लाकडाउन से व्यापारियों की कमर टूट गई थी। फिर भी छोटे व्यापारी इस आस मे थे कि इस बार लग्न में कुछ कमाई करके पिछले लॉकडाउन का कर्ज कुछ कम कर दिया जाएगा, किंतु इस बार भी लगन के महीने में कोरोना लाकडाउन के कारण व्यापारियों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। छोटे और मध्यमध्यम वर्गीय व्यापारी के सामने रोजी रोटी की दिक्कत ऑन पड़ी है। अगर यही हाल रहा तो छोटे और मध्यम वर्गीय व्यापारी कोरोना से पहले भूखों मरने लगेंगे। वही आम नागरिकों द्वारा ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है, और ना ही लोगों द्वारा मास्क लगाया जा रहा है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना से संक्रमित काफी लोग मिले हैं। प्रशासन द्वारा भी सिर्फ दुकानदारों से कोविड -19 के पालन का जोर दिया जा रहा है। वही आम नागरिकों से प्रशासन भी कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन नहीं करा पा रहा है। लोग इस बीमारी से मर भी रहे हैं, फिर भी कोविड-19 का पालन नहीं कर रहे हैं। जिससे दिन प्रतिदिन गांव की भी स्थिति बिगड़ती जा रही है। गांव में भी शायद ऐसा कोई गांव नहीं है जिस गांव के लोग संक्रमित होकर मर नहीं रहे हैं, फिर भी ग्रामीण अंचलों में कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन नहीं हो रहा है। अगर प्रशासन द्वारा ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं कराया जाता है तो वह दिन दूर नहीं जब गांव की भी स्थिति विकराल हो जाएगी। वी वी न्यूज़ तहसील संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट, खबरों के लिए संपर्क करें मोबाइल नंबर 9452717909