वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
अंतर्राष्ट्रीय श्रीमदभगवादगीता जयंती – 2024 के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित अठारह दिवसीय कार्यक्रम के द्वितीय दिवस निवेदिता पब्लिक स्कूल मे गीता बाल संवाद कार्यक्रम संपन्न।
कुरुक्षेत्र 25 नवम्बर : व्यक्ति और समाज को आकार देने में मूल्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। गीता अनुशासन, दृढ़ता, निस्वार्थता और अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण जैसे मूल्यों पर जोर देती है। आज आवश्यकता है गीता में विद्यमान मूल्य आधारित शिक्षा को भारतीय शिक्षा प्रणाली में शामिल किया जाय, जिससे छात्रों का नैतिक, मानवीय मूल्यों सहित सर्वागीण विकास हो और छात्र देश के एक जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज में सकारात्मक योगदान दे सके। यह विचार अंतर्राष्ट्रीय श्रीमदभगवादगीता जयंती – 2024 के उपलक्ष्य में मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित अठारह दिवसीय कार्यक्रम के द्वितीय दिवस निवेदिता पब्लिक स्कूल में आयोजित गीता बाल संवाद कार्यक्रम में डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने बतौर मुख्य वक्ता व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ निवेदिता पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ। मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकश मिश्र ने कहा गीता विद्यर्थियों को पवित्रता, शक्ति, अनुशासन, ईमानदारी, दयालुता और निष्ठा के साथ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस तरह विद्यार्थी अपना उद्देश्य पा सकते हैं और उसे पूरी तरह से जीवन में जी सकते हैं। जिस तरह योगेश्वर श्रीकृष्ण अर्जुन से सभी संदेहों को दूर करने और अपने सर्वोच्च स्व पर भरोसा करने का आग्रह करते हैं, उसी तरह विद्यार्थी भी गीता के ज्ञान का उपयोग करके अपनी कठिनाइयों और निर्णयों का सामना निडरता और ईमानदारी से कर सकते हैं और जीवन को प्रामाणिक और पूर्ण रूप से जीना सीख सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निवेदिता पब्लिक स्कूल के निदेशक एवं प्राईवेट स्कूल एसोसिशन, कुरुक्षेत्र के प्रधान मेवाराम कश्यप ने कहा मातृभूमि सेवा मिशन युवा एवं बाल पीढ़ी में श्रीमदभगवदगीता के प्रचार प्रसार के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। गीता विद्यार्थियों में निर्णय लेने और समस्या समाधान के लिए व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करती है। कार्यक्रम का आभार ज्ञापन निवेदिता स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती बाला देवी ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नवीन ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य गुलाब, शिक्षिका श्रीमती टीना, भावना,रितिका, सिमरन, नरेश,वंदना साहित समस्त विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित रहे।
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