वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा महाराणा प्रताप को साहस, वीरता और अटूट देशभक्ति के लिए याद किया जाता है।
कुरुक्षेत्र, 9 जून : मारकंडा नदी के तट पर श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में रविवार होने के कारण भगवान शिव के परम भक्ति ऋषि मार्कंडेय के पूजन के लिए जहां भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे, वहीं अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी एवं अन्य संतों के सान्निध्य में महान वीर योद्धा और स्वाभिमानी सपूत महाराणा प्रताप जी की जयंती के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर स्वामी पृथ्वी पुरी ने जनकल्याण के लिए विशेष अभिषेक एवं पूजन भी किया। इस अवसर पर महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि महाराणा प्रताप को वीर पुरुष कहा जाता है। वह केवल एक महान योद्धा ही नहीं बल्कि शानदार राजा भी थे। उन्होंने मुगल सम्राट अकबर के खिलाफ हल्दीघाटी की प्रसिद्ध लड़ाई लड़ी, जिसमें उन्होंने साहस, वीरता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। महाराणा प्रताप को साहस, वीरता और अटूट देशभक्ति के लिए याद किया जाता है। वे युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि संघर्ष के दौरान धैर्य, साहस, और आत्मसम्मान को बनाए रखना आवश्यक है। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी दीप दास, बिल्लू पुजारी, दर्शन सिंह, शिवाजी गिरी, आकाश गिरी, साक्षी गिरी, अमरजीत कौर, बलजीत गोयत, कुलदीप सिंह, नरेंद्र शर्मा, सुशील शर्मा व रविंद्र इत्यादि भी मौजूद रहे।
मंदिर पूजन एवं अभिषेक करते हुए।