हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 16 नवंबर : सन्निहित सरोवर स्थित प्राचीन श्री दुखभंजन महादेव मंदिर में कार्तिक मास के उपलक्ष्य में करवायी जा रही के श्रीमद्भागवत कथा में तुलसी-शालीग्राम विवाह किया गया। कथाव्यास शुकदेव आचार्य ने तुलसी विवाह की उपकथा विस्तार से सुनाई। मुख्य यजमान कंवर सेन वर्मा, सुरेंद्र कंसल, अशोक आश्री, एम के मौदगिल, मोहन शर्मा, डा. भगवत दयाल शर्मा और गोपाल शर्मा ने कथा का दीप प्रज्ज्वलित किया। कथाव्यास ने बताया कि श्रीमदभागवत पुराण के अनुसार प्राचीन काल में जलंधर नामक राक्षस ने चारों तरफ़ बड़ा उत्पात मचा रखा था। वह बड़ा वीर तथा पराक्रमी था। उसकी वीरता का रहस्य था, उसकी पत्नी वृंदा का पतिव्रता धर्म। उसी के प्रभाव से वह विजयी बना हुआ था। जलंधर के उपद्रवों से परेशान देवगण भगवान विष्णु के पास गए तथा रक्षा की गुहार लगाई।उनकी प्रार्थना सुनकर भगवान विष्णु ने वृंदा का पतिव्रता धर्म भंग करने का निश्चय किया। उन्होंने जलंधर का रूप धर कर छल से वृंदा का स्पर्श किया। वृंदा का पति जलंधर, देवताओं से प राक्रम से युद्ध कर रहा था लेकिन वृंदा का सतीत्व नष्ट होते ही मारा गया।जैसे ही वृंदा का सतीत्व भंग हुआ, जलंधर का सिर उसके आंगन में आ गिरा। जब वृंदा ने यह देखा तो क्रोधित होकर जानना चाहा कि फिर जिसे उसने स्पर्श किया वह कौन है। सामने साक्षात विष्णु जी खड़े थे। उसने भगवान विष्णु को शाप दे दिया, ‘जिस प्रकार तुमने छल से मुझे पति वियोग दिया है, उसी प्रकार तुम्हारी पत्नी का भी छलपूर्वक हरण होगा और स्त्री वियोग सहने के लिए तुम भी मृत्यु लोक में जन्म लोगे।’ यह कहकर वृंदा अपने पति के साथ सती हो गई।जिस जगह वृंदा सती हुई वहां तुलसी का पौधा उत्पन्न हुआ।विष्णु ने कहा, ‘हे वृंदा! यह तुम्हारे सतीत्व का फल है कि तुम तुलसी बनकर मेरे साथ ही रहोगी। जो मनुष्य तुम्हारे साथ मेरा विवाह करेगा, वह परम धाम को प्राप्त होगा।’ बिना तुलसी दल के शालिग्राम या विष्णु जी की पूजा अधूरी मानी जाती है।शालिग्राम और तुलसी का विवाह भगवान विष्णु और महालक्ष्मी का ही प्रतीकात्मक विवाह माना जाता है।भागवत आरती में आचार्य विनोद मिश्र,दीपक शर्मा, ज्ञानचंद शर्मा, जगन्नाथ शर्मा,कांति कौशिक, वीरभान शर्मा,सुरेश शर्मा,ज्ञानचंद सैनी चनारथल,प्रेम मदान,जय कुमार शर्मा,सी.एल.बजाज,मुरारी भार्गव,अजय ठाकुर,विजय ठाकुर,अनुराधा पाठक,कांता आश्री,सुनीता वालिया,सुषमा शर्मा व कुसुम गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
भागवत पूजन में हिस्सा लेते यजमान।