उत्तराखंड:बाबा रामदेव आयुर्वेदिक चिकित्सक भी नहीं हैं- डॉ० अनुराग वर्मा


जफर अंसारी

काशीपुर : इंडियन मेडिकोलीगल एवं एथिक्स एसोसियेशन के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अनुराग वर्मा ने कहा कि बाबा रामदेव के ऐलोपैथिक उपचार पद्धति के सम्बन्ध में दिए गए व्यक्तव्यों से, जिनका उद्देश्य जनता को भ्रमित करके अपने व्यापारिक उद्देश्यों की पूर्ति करना है, भारत सरकार के कोरोना के विरुद्ध प्रयासों को बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है जो कि ऐलोपैथिक उपचार के विषय में मरीजों के सशंकित होने के कारण हो सकती हैं.

बाबा रामदेव के व्यक्तव्य से, जो कि उन्होंने ऐलोपैथी के विषय में दिया है कि लोग ऐलोपैथिक चिकित्सालयों में जाने से ज्यादा मरे, उससे ऐलोपैथिक चिकित्सक जो कि अपनी व अपने परिवारों के जीवन की परवाह न करते हुए जी जान से मरीजों की सेवा में लगे हैं, और जो कि पहले से ही विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं, गम्भीर मरीजों में किसी अनहोनी होने व उसके परिणामों के बारे में हतोत्साहित हो सकतें हैं, व उन्हें बेबजह की कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

ऐसी किसी भी समस्या के लिए बाबा रामदेव जिम्मेदार होंगे. इंडियन मेडिकोलीगल एवं एथिक्स एसोसियेशन अपने सभी चिकित्सक साथियों के सहयोग के लिए कटिबद्ध है. इंडियन मेडिकोलीगल एवं एथिक्स एसोसियेशन के सदस्य आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सक भी हैं, बाबा रामदेव आयुर्वेदिक चिकित्सक भी नहीं हैं, वे सिर्फ एक बिजनेसमैन व योगाचार्य हैं.

जनता को ये समझना चाहिए कि जो व्यक्ति ऐलोपैथी के विषय में पूर्णतया अज्ञानी है बल्कि जिसे आयुर्वेद का भी उचित ज्ञान नहीं है, जो केवल अपने उत्पाद बेचने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहा है उससे भारत सरकार के कोरोना के विरुद्ध प्रयासों को कितनी हानि हो सकती है व जनता उचित चिकित्सा से वंचित हो सकती है .

हालांकि जनता के बाबा रामदेव के निहित स्वार्थ से परिपूर्ण बयानो का उद्देश्य जानने के बाद बाबा इसमें असफल होते नजर आ रहे हैं.

इस प्रकार जनता को भ्रमित करके लोगों की जान को जोखिम में डालने का बाबा रामदेव को कोई अधिकार नहीं है.

उनके द्वारा पूछे गए सवाल भी उन्हीं की अज्ञानता का परिचायक हैं व ये केवल अपने व्यापारिक उद्देश्यों को प्राप्त करने का एक कुत्सित प्रयास है.

इंडियन मेडिकोलीगल एवं एथिक्स एसोसियेशन बाबा रामदेव के व्यक्तव्यों की घोर निन्दा करती है व आई. एम. ए. का जो कि समस्त ऐलोपैथिक चिकित्सकों की संस्था है, का समर्थन करती है.

अन्य चिकित्सा पद्धतियों के चिकित्सकों को, जिसमें आयुर्वेद भी सम्मिलित है, को भी बाबा रामदेव की सच्चाई से जनता को अवगत कराना चाहिए व उनके समय समय पर आयुर्वेद से संबंधित अनुचित बयानो का पुरजोर विरोध करना चाहिए.

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