उत्तराखंड: मामला सड़कों का चौड़ीकरण,जनता हिचकोले खा रही है और चौड़ीकरण की फाइल शासन में लटकी

उत्तराखंड: मामला सड़कों का चौड़ीकरण,
जनता हिचकोले खा रही है और चौड़ीकरण की फाइल शासन में लटकी!
प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक

देहरादून: सड़कों से अतिक्रमण हटाने के आदेश के बाद क्या अब हाई कोर्ट को सड़कों की मरम्मत करने का भी आदेश जारी करना पड़ेगा? यह सवाल दून के उस हर नागरिक का है, जिसने कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटते देखा और उम्मीद की कि जिस भाग को रीक्लेम (वापस लिया) किया गया है, वह सड़क की चौड़ाई में जुड़ जाएगा। यातायात के लिहाज से बेहद अहम कारगी रोड की बात करें तो यहां वर्ष 2018 के अंत में अतिक्रमण हटाया गया था।
इसके साथ ही करीब आठ मीटर चौड़ी सड़क रीक्लेम भाग के साथ 12 मीटर हो गई। इस बात को करीब तीन साल होने जा रहे हैं और सड़क का चौड़ीकरण करना तो दूर लोनिवि के अधिकारी गड्ढे भी ढंग से नहीं भर पाए।

कारगी चौक से लाल पुल तक तीन किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण का करीब नौ करोड़ रुपये का प्रस्ताव लोनिवि निर्माण खंड ने करीब डेढ़ साल पहले शासन को भेज दिया था। तब से लोनिवि के अधिकारी प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के इंतजार में बैठे हैं और सड़क पर साल दर साल गड्ढों की संख्या बढ़ती जा रही है। नाली के अभाव में पानी सड़क पर ही जमा होता है। इससे भी सड़क की हालत तेजी से खराब हो रही है।
चरणवार चौड़ीकरण की तैयारी, फिर भी तेजी नहीं
एकमुश्त नौ करोड़ रुपये की स्वीकृति संभव न देख उच्चाधिकारियों ने तय किया कि कारगी रोड का चौड़ीकरण चरणवार किया जाएगा। पहले फेज में बिजली के खंभों व पेयजल लाइन की शिफ्टिंग का निर्णय लिया गया। लोनिवि निर्माण खंड ने शिफ्टिंग के लिए एक करोड़ रुपये से अधिक का प्रस्ताव तैयार किया। पेयजल लाइन के साथ यहां बिजली व टेलीफोन के करीब 100 खंभे शिफ्ट किए जाने हैं। बताया जा रहा है कि लंबे समय से इसके लिए बजट स्वीकृति की फाइल वित्त विभाग में लंबित है।
इसलिए अहम है कारगी रोड
कारगी रोड हरिद्वार बाईपास रोड और इससे सटे क्षेत्रों की लाखों की आबादी को शहर से जोड़ती है। कारगी रोड पर भी दोनों तरफ दो दर्जन से अधिक कालोनियां हैं। इसके अलावा श्रीमहंत इंदिरेश जैसा बड़ा अस्पताल भी कारगी रोड पर पड़ता है। भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के बाद इस मार्ग की अहमियत और बढ़ जाएगी। इन तमाम बातों के बाद भी लोनिवि व शासन के अधिकारी प्रस्ताव पर गंभीरता नहीं दिखा रहे।
लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार का कहना है कि उम्मीद की जा रही है कि खंभों व पेयजल लाइन की शिफ्टिंग की अनुमति शीघ्र मिल जाए। शिफ्टिंग संबंधी कार्य को पूरा करने के बाद चौड़ीकरण के मुख्य काम में तेजी दिखाई जाएगी।

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