प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
सागर धनखड़ की हत्या के मामले की जांच कर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच आज सुबह 5 बजे क्राइम ब्रांच की एक टीम सुशील कुमार को लेकर हरिद्वार के लिए रवाना हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुशील कुमार घटना के बाद सबसे पहले हरिद्वार ही गया था। वहां उसने अपना फोन भी डंप किया था। क्राइम ब्रांच जानने की कोशिश करेगी फरारी के दौरान सुशील कुमार कहां-कहां छिपा था और किसने उसकी मदद की थी। इसके अलावा पहलवान के डंप हुए फोन को भी तलाशने की कोशिश की जाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक सुशील, हरिद्वार में एक बाबा के आश्रम में रुका था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस सुशील कुमार पर मकोका के तहत करने की तैयारी में है। यह कार्रवाई संगठित अपराध करने वालों पर होती है। मकोका लगने के बाद आसानी से जमानत नहीं मिलेगी। इसमें उम्रकैद तक कि सज़ा का प्रावधान है। साथ ही पुलिस 6 महीने तक चार्जशीट दायर कर सकती है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुशील कुमार गैंगस्टर काला झटहेड़ी और नीरज बवाना के संपर्क में था। आरोप है कि सुशील काला झटहेड़ी और नीरज बवाना को लोगों की हैसियत और उनके कामकाज की जानकारी देता था। जानकारी के लिए बता दें कि सुशील कुमार और उसके साथियों ने पहलवान सागर धनखड़ और उसके दो मित्रों के साथ दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कथित तौर पर मारपीट की थी। सागर ने बाद में दम तोड़ दिया था। सुशील और अजय कुमार की गिरफ्तारी के बाद अदालत ने गत 23 मई को दोनों को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।