देहरादूनः पूर्व सीएम व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत की देहरादून कांग्रेस भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है। हरीश रावत ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह भाजपा सरकार द्वारा उत्तराखंड में हो रहे आचार संहिता उल्लंघन का पर्दाफाश करेंगे। हरीश रावत ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में विभागवार उदाहरण देकर आचार संहिता के उल्लंघन के मामले गिनाए। हरीश रावत ने कहा कि वो इलेक्शन कमीशन से अनुरोध करते हैं कि इन मामलों पर कार्रवाई की जाए और जो अधिकारी इन कार्यों में लिप्त हैं उन पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई की जाए।
हरीश रावत के पिछले 24 घंटे के ट्वीट पर गौर किया जाए तो उन्होंने आचार संहिता उल्लंघन के भाजपा सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि ‘सरकार ने किसान आयोग और बाल संरक्षण आयोग, महिला आयोग में कई नियुक्तियां की हैं, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष आदि की और ये सारी नियुक्तियां आचार संहिता लागू होने के बाद की गई हैं। क्या ये आचार संहिता का खुला उल्लंघन नहीं है’।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ‘को-ऑपरेटिव बैंकों में अब भी नियुक्तियां जारी हैं। हरिद्वार से विरोध आया तो नियुक्तियां रुकी और अब पिछले दरवाजे से नियुक्तियां करने की कोशिश हो रही है।’ इसके अलावा उन्होंने सचिवालय में भी चहेतों का ट्रांसफर करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लगने के बाद भी बैक डेट में ट्रांसफर्स हो रहे हैं। प्रवक्ताओं और शिक्षकों के पदों पर बड़ी मात्रा में RSS से जुड़े हुए लोगों के ट्रांसफर्स किए गए।
पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर इन सभी नियुक्तियों को रद्द किया जाएगा और ऐसे अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए कांग्रेस के नेता पैदल यात्रा कर चुनाव प्रचार करेंगे। वो खुद एक किलोमीटर पैदल यात्रा करेंगे जबकि युवा पार्टी कार्यकर्ता 5 किलोमीटर अकेले यात्रा करेंगे।
वहीं, हरीश रावत ने आबकारी कमिश्नर हटाए जाने को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा अब रहस्य समझ में आया कि क्यों आबकारी कमिश्नर को हटाया गया? आबकारी कमिश्नर यदि रहते तो सरकार एक ऐसा शासनादेश जिसमें करोड़ों रुपए का खेल हुआ है, नहीं कर पाती। वह शासनादेश आचार संहिता लागू होने के बाद किया गया है। आबकारी विभाग में किया गया है, जिसके जरिए जो उच्च स्पेसिफाइड मदिरा है, उसके विक्रय के लिए कई नियमों को शिथिल करते हुए लोगों को उपकृत किया गया है और सरकार भी उपकृत हुई है।