देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने CDS जनरल बिपिन रावत को भारत रत्न देने की बात कही है। हरीश रावत ने सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा है कि…
उत्तराखंड के महान सपूत जनरल बिपिन रावत जी को श्रद्धांजलि व उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर बाहर आ रहे हैं। देश के लोग लाइनबद्ध खड़े होकर के जिस तरीके से भारत माता की जय-जय कार कर रहे हैं और बिपिन रावत अमर रहे के नारों को गुंजायमान कर रहे हैं, वो राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रतीक बन गये थे, एक ऐसे जनरल व एक ऐसे सैनिक के रूप में लोग उनको देखने लगे थे, उनसे भरोसा करने लगे थे कि ये व्यक्ति हमारी सुरक्षा का प्रतीक है, ये हमारी सुरक्षा की गारंटी है, अलग-अलग तरीके से पत्रकारबंधु लोग पूछ रहे हैं कि किस तरीके का स्मारक बनना चाहिए! हम लोगों के मन में केवल एक भाव आ रहा है कि भारत माता के इस महान सपूत को भारत रत्न मिलना चाहिए, भारत रत्न से विभूषित किया जाना चाहिए, एक विशेष समारोह कर उनको यह सम्मान प्रदान किया जाना चाहिये।
#हम_सब_कांग्रेसजन_भारत_रत्न_की_मांग_करते_हैं
आप को बता दे की भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की बुधवार को यहां पास में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। बाद में शवों को एंबुलेंस के माध्यम से पास के कोयंबटूर स्थित सुलूर एयरबेस लाया गया, जहां से उन्हें राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर, वेलिंगटन से कोयंबटूर तक लगभग 90 किलोमीटर के मार्ग में मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए सड़क के दोनों ओर लोगों की कतार लगी रही। लोगों ने एम्बुलेंस पर फूल बरसाए।
आपको बता दें कि तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का आज शुक्रवार को बरार स्कवायर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। नम आंखों से दोनों बेटियों ने पिता जनरल बिपिन रावत और मां मधुलिका का अंतिम संस्कार किया। रावत दंपति के अंतिम संस्कार से पहले उनकी दोनों बेटियों ने पिंडदान भी किया. इस दौरान उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई।