उत्तराखंड: नाबालिग छात्रा का अपहरण।
हल्द्वानी से अंकुर
उत्तराखंड के इस जिले में स्कूल से लौट रही नाबालिक छात्रा का अपहरण
उत्तराखंड में अपराध ने अपने पेड़ धीरे-धीरे पसारने शुरू कर दिए और यह अपराध का जो सिलसिला है वह अक्सर शांत समझे वाले इलाकों को भी नहीं छोड़ा है बता दें कि आमतौर पर शांत समझे जाने वाले राज्य के पहाड़ी भू-भाग में भी अब अपराध किस कदर बढ़ने लगे हैं इसका अंदाजा राज्य के पिथौरागढ़ जिले से आ रही एक सनसनीखेज खबर से लगाया जा सकता है। जहां बीते रोज स्कूल से घर लौट रही एक सातवीं कक्षा की छात्रा का वाहन में सवार बदमाशों ने अपहरण कर लिया। वो तो गनीमत रही कि बाजार में भीड़ होने के कारण अपहरणकर्ता अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए अन्यथा कोई अनहोनी भी घटित हो सकती थी। इस घटना की जानकारी मिलते ही जहां पूरे क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है वहीं डरी-सहमी छात्रा के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी हैं। मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील के मदकोट क्षेत्र में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा बीती शाम स्कूल की छुट्टी होने पर अपनी मां के साथ घर वापस लौट रही थी। बताया गया है कि इसी दौरान छात्रा अपनी मां से एक किताब लाने की बात कहकर मदकोट बाजार की ओर चली गई।
अभी छात्रा मदकोट बाजार की ओर जा ही रही थी कि तभी गोरी गंगा पुल के पास एक अज्ञात वाहन में सवार कुछ लोगों ने छात्रा को जबरन वाहन के अंदर में खींचकर उसका मुंह बंद कर दिया। परिजनों की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार इसके बाद अपहरणकर्ता छात्रा को लेकर मदकोट से बीस किमी. दूर बरम से तक पहुंच गए। लेकिन बरम से दो किलोमीटर दूर सड़क पर काफी भीड़-भाड़ देख बदमाश घबरा गए और उन्होंने छात्रा को धक्का देकर सड़क पर फेंक दिया। इस घटना से डरी-सहमी छात्रा किसी तरह घटनास्थल से मदकोट की ओर जाने वाले वाहन में सवार होकर अपने घर पहुंची और परिजनों को इस वाकए की जानकारी दी। परिजनों से छात्रा के अपहरण की जानकारी मिलते ही जहां पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया वहीं पूरे क्षेत्र में दहशत के साथ ही आक्रोश फैल गया।