प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
देहरादून : देहरादून से जौलीग्रांट जाने वाले रायपुर थानों मार्ग पर बड़ासी पुल का लगभग 20 मीटर हिस्सा (पुश्ता ) टूट गया है। पुश्ते का एक तरफ का आधा हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही पूर्णतः बाधित है लेकिन कार के लिए मार्ग खुला हुआ है। यह पल वर्ष 2019 में बना। मौके पर चौकी प्रभारी मालदेवता समेत पुलिस फोर्स तैनात कर दी है ताकि कोई दुर्घटना न घटे। गौरतलब है कि 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के निरीक्षण के दौरान थानों पुल की दीवार धंसने और दरारें सामने आने पर जांच के आदेश दिए थे। मुख्यमंत्री की जांच के बाद चार अभियंताओं को निलंबित करने के बाद मुकदमें की कार्रवाई हुई भी हुई थी। इस मामले स्ट्रक्चरल डिजाइन में भारी चूक सामने आई थी। अब थानों के बाद बड़ासी पुल की ये घटना निर्माण की गुणवत्ता पर बड़ा प्रश्न खड़ा करती है।अब देखना ये होगा कि इस घटना की जांच और कार्रवाई में पुल के धड़ाम होने की क्या वजह सामने आती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
थानो रोड पर यह पुल बडासी के पास बना है। इसकी रायपुर की तरफ वाली एप्रोच रोड पर बुधवार दोपहर को धंसाव देखने को मिला था। इसके चलते एप्रोच की दीवार भी बाहर की तरफ निकल आई थी। यह धंसाव धीरे-धीरे कर बढ़ने लगा और देर शाम को एप्रोच रोड का एक हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया। राजमार्ग खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता जेएस रावत के मुताबिक, हल्के वाहनों के लिए एप्रोच रोड का एक हिस्सा खुला है। इस बात की पड़ताल की जा रही है कि पुल की एप्रोच रोड इतनी जल्दी ध्वस्त कैसे हो गई। एप्रोच रोड के ध्वस्त हिस्से को दुरुस्त करने का काम गुरुवार सुबह से शुरू कर दिया जाएगा। अधिशासी अभियंता का कहना है कि पुल का निर्माण उनके कार्यकाल से पहले किया गया है, लिहाजा, गुणवत्ता को लेकर वह कुछ टिप्पणी नहीं कर सकते।