देहरादून: उत्तराखंड में बन रही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर टनलिंग का काम अब और तेज गति के साथ चल रहा है। इन दिनों इस परियोजना के तहत एक किमी सुरंग, पांच दिनों के भीतर बनकर तैयार हो रही है। इस परियोजना की सभी 9 पैकेज में 81 फेज पर निर्माण का काम चल रहा है। इस पर अब तक कुल 67 किमी सुरंग का निर्माण किया जा चुका है। ये परियोजना पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल हैं।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर सबसे ज्यादा 17 सुरंग बनाई जानी हैं। ये 125 किमी लंबी परियोजना है, जिसमें 105 किमी रेल लाइन सुरंगों के भीतर होगी। ये परियोजना पूरी तरह से ऋषिकेश से आगे कर्णप्रयाग तक पर्वतीय क्षेत्र में बनाई जा रही है। इस रेल लाइन के लिए कुल 17 सुरंगों का निर्माण हो रहा है, इनमें जिन सुरंगों की लंबाई 6 किमी से ज्यादा है उसके समानांतर एक निकासी सुरंग भी बनाई जा रही है। इस परियोजना में 7 एडिट टनल बनाई जाएंगी। जिनकी लंबाई 4 किमी तक है।
मुख्य टनल और एस्केट टनल को जोड़ने के लिए हर 375 मीटर की दूरी पर क्रास पैसेज बनेंगे। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर 105 किमी मुख्य सुरंग में से 20 किमी टनलिंग का काम पूरा हो चुका है। वहीं 98 किमी एस्केप टनल में से 22 किमी, 4 किमी एडिट टनल और पांच किमी क्रास पैसेज में से पांच किमी टनलिंग का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
दरअसल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर साल 2019 से काम शुरू हुआ था। शुरुआत में एक किमी सुरंग के निर्माण में 305 दिन का समय लगा। जिसके बाद दो किमी के निर्माण152 दिन और 3 किमी के निर्माण में 165 दिन का समय लगा। जनवरी 2021 में जब इसके अलग-अलग फेज का काम शुरू तो इसके निर्माण कार्य में भई तेजी आई और अब ये काम इतना तेजी से किया जा रहा है कि पांच दिन में एक किमी सुरंग बनकर तैयार हो रही है।