प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
देहरादून: स्कूल में पढ़ाई कराते वक्त शिक्षकों को मोबाइल या लैपटॉप के जरिए क्लास का लाइव प्रसारण भी करना होगा। स्कूलों के भीतर थर्मल स्कैनिंग, हेड सेनेटाइशन के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी। स्कूल आने के तीन दिन के भीतर भीतर छात्रों को स्कूल आने के लिए अपने अभिभावकों के सहमति पत्र भी जमा कराने होंगे। दो अगस्त से खुलने जा रहे स्कूलों के लिए सरकार ने शनिवार को एसओपी जारी कर दी। शिक्षा सचिव राधिका झा ने स्कूल अवधि में कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि स्कूल खुलने के बावजूद ऑनलाइन पढ़ाई को भी जारी रखा जाएगा। जो छात्र स्कूल नहीं आना चाहते हैं, उन्हें लाइव क्लास के जरिए पढाई कराई जाएगी। इसके लिए क्लास में पढ़ाई कराते वक्त शिक्षक मोबाइल अथवा किसी अन्य ऑनलाइन माध्यम के जरिए छात्रों को क्लास से जोडेंगे। स्कूल के शिक्षक, कर्मचारी, भोजनमाताओं के कोविड वैक्सीनेशन को प्राथमिकता से पूरा कराने के लिए भी कहा गया है।
बुखार, जुखाम होने पर तत्काल घर भेजा जाएगा
स्कूल परिसर में किसी छात्र, शिक्षक अथवा कर्मचारी में सर्दी जुखाम, बुखार के लक्षण नजर आने पर उसे प्राथमिक उपचार देते हुए तत्काल घर भेजा जाएगा। यदि किसी स्थान में कोविड संक्रमण पाया जाता है तो तत्काल जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी।