पूर्वांचल ब्यूरो /अनुपम श्रीवास्तव
भोले की नगरी काशी (Kashi) में एक ऐसा अनोखा बैंक है जिसकी चर्चा पूरे देश में है. इस अनोखे बैंक में पैसा नहीं बल्कि भगवान ’राम’ के नाम का कर्ज दिया जाता है. खास बात ये है कि इस अनोखे बैंक से कर्ज लेने के लिए ग्राहकों का सिविल स्कोर नहीं बल्कि श्रद्धा और भक्ति देखी जाती है.
वाराणसी (Varanasi) के विश्वनाथ गली में स्थित इस बैंक से अब तक लाखों लोगों की किस्मत बदल चुकी है.यही वजह है कि भक्त इस अनोखे बैंक में आते हैं और भगवान ’राम’ के नाम का कर्ज लेकर अपनी सोई हुई किस्मत को जगाते हैं. वाराणसी के राम रमापति बैंक (Ram Ramapati Bank) में अब तक 19 अरब से अधिक हस्तलिखित ’रामनाम’ की पूंजी है जो दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है.
बैंक के संचालक सुमित मेहरोत्रा ने बताया कि बैंक अपने ग्राहकों से पहले संकल्प पत्र भरवाता है. जिसके मुताबिक कर्ज लेने वाले भक्तों को 8 महीने 10 दिनों तक लगातार शुद्ध भोजन करना होता है. इस दौरान प्रतिदिन भक्तों को 500 राम नाम लिखने होते हैं. भक्त अपने मनोकामना की पूर्ति के लिए ऐसा करते है. इस बैंक में तीन तरह के भक्त होते हैं जिनमे लेखन,पाठ और जाप का व्रत लिया जाता है लेकिन ज्यादातर भक्त लेखन को ही चुनते हैं.