वाराणसी :
रेलवे ने मॉक ड्रिल की ताकि विषम परिस्थितियों में लोगों का बचाव जल्दी से जल्दी किया जा सके
अनुपम श्रीवास्तव, वाराणसी l
ट्रेन के डिरेल होने के बाद आग लगने की स्थिति में द्रुत गति से कैसे लोगों को बचाया जाए, कम जनहानि हो, इसके लिए रेलकर्मियों ने बुधवार को अभ्यास किया।
मॉकड्रिल में आरपीएफ, वाराणसी मंडल का स्वास्थ्य दस्ता, रेलवे व जिले की अग्निशमन विभाग की टीम, एनडीआरएफ के जवान शामिल हुए। कोच में आग लगाकर इसका जीवंत अभ्यास किया गया।
रेलवे के नियंत्रण कक्ष से दोपहर ढाई बजे सूचना मिली कि मेला स्पेशल ट्रेन 05107 का एक कोच बनारस और कैंट स्टेशन के बीच कोचिंग डिपो के पास डिरेल हो गया है। कोच में आग लग गई है, जिसमें छह यात्रियों की मौत हो गई। 10 के गम्भीर रूप से घायल होने की सूचना मिली।
सूचना मिलते ही अधिकारी और पर्यवेक्षक घटनास्थल पर पहुंच गये। इसके साथ ही एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन, लोकल पुलिस भी पहुंची। रेल दुर्घटना मैनुअल की गाइडलाइन्स के अनुसार सभी ने जीवंत तरीके से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने से लेकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने तक का अभ्यास किया। मॉकड्रिल में मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय, अपर मंडल रेल प्रबंधक ज्ञानेश त्रिपाठी, एसपीएस यादव, रेलवे सुरक्षा बल डॉक्टर अभिषेक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महेंद्र सिंह नबियाल, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी राहुल श्रीवास्तव समेत एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन के डिप्टी कमाण्डेन्ट अभिषेक कुमार राय, असिस्टेंट कमांडेन्ट दिनेश कुमार पुरी मौजूद रहे।