पूर्वांचल ब्यूरो/ अनुपम श्रीवास्तव
अब गंभीर दिव्यांग बच्चों को शिक्षक घर पर ही पढ़ाएंगे। ऐसे बच्चों को 3500 रुपये शिक्षण सामग्री भी मिलेगी। जिलों में विशेष प्रशिक्षक व फिजियोथेरेपिस्ट उनके घर जाकर बच्चों को शिक्षण व प्रशिक्षण देंगे।
होम बेस्ड एजुकेशन का लाभ उन बच्चों को ही मिल सकेगा जो दिव्यांगता के कारण विद्यालय आने में असमर्थ हैं। मंडल (चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी) में 738 गंभीर दिव्यांग बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
केंद्र सरकार ने समेकित शिक्षा योजना में ऐसे दिव्यांग बच्चे जो गंभीर हैं, उन्हें घर पर ही शिक्षा ग्रहण कराने का निर्णय लिया है। मंडल में इस वर्ष होम बेस्ड एजुकेशन के तहत गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा देने के लिए 26 लाख 88 हजार रुपये स्वीकृत किए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश है कि शिक्षण सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से ही खरीदी जाए। विशेष प्रशिक्षण शिक्षण सामग्री की सूची तैयार कर बीएसए को सौपेंगे।