जयराम विद्यापीठ में दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ मां दूर्गा के विभिन्न स्वरूपों का हुआ पूजन।
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दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान से होता है दुश्मनों का विनाश : आचार्य लेखवार।
कुरुक्षेत्र, 25 मार्च : देशभर में फैली जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ में नवरात्रों के अवसर पर 21 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा निरंतर श्री दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान किया जा रहा है। नौ दिवसीय नवरात्र दुर्गा पाठ अनुष्ठान करवा रहे आचार्य राजेश लेखवार शास्त्री ने बताया कि मां दुर्गा को शक्ति की देवी कहा जाता है। दुर्गा सप्तशती पाठ को सनातन धर्म में बेहद शक्तिशाली वर्णित किया गया है। इस अनुष्ठान से बिगड़े हुए ग्रहों की स्थिति को सही किया जा सकता है और सौभाग्य इस विधि के बाद साथ देने लगता है। आचार्य लेखवार ने बताया कि वेदों में दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान की महिमा के बारे में यहाँ तक बोला है कि अनुष्ठान के बाद दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। इसी अवसर पर चौथे दिन अनुष्ठान के उपरांत कन्या पूजन किया गया। विद्यापीठ में ब्रह्मचारी और ब्राह्मण नियमित दुर्गा सप्तशती पाठ कर रहे हैं। इस अवसर पर रोहित कौशिक के साथ जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस एन गुप्ता, के के कौशिक, कुलवंत सैनी, राजेश सिंगला, रोहित शर्मा, सतबीर कौशिक, प्राध्यापक प्रवीण शर्मा, राम जिवारी इत्यादि भी मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में नवरात्र अवसर पूजन करते हुए ब्रह्मचारी एवं श्रद्धालु।