वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोतः प्रो. सोमनाथ सचदेवा।
कुरुक्षेत्र, 4 जुलाई : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि स्वामी विेवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं। वे चाहते थे कि “हमे युवाओं को ऐसी शिक्षा देनी चाहिए, जिससे उनका चरित्र बने, मानसिक विकास हो, बुद्धि का विकास हो और वे अपने पैरों पर खड़ा हो सके। हमें उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। वे गुरुवार को फैकल्टी लॉज के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर उनकी पुण्यतिथि के अवसर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए बोल रहे थे।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द की शिक्षाएँ ज्ञान का खजाना हैं। वे आत्मविश्वास, ज्ञान की खोज, आत्म-सुधार, दूसरों की सेवा और सार्वभौमिक भाईचारे के महत्व पर जोर देते हैं।o उनका आदर्श वाक्य, उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए, आज भी दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित करता है।
इस अवसर पर कुवि कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, प्रो. रामविरंजन, प्रो. डीएस राणा, प्रो. रीटा, प्रो. विवेक चावला, प्रो. अनिता दुआ, प्रो. परमेश कुमार, प्रो. कुसुमलता, कुटा प्रधान प्रो. दलीप कुमार, प्रो. राजपाल, प्रो. अनिल गुप्ता, डॉ. सोमवीर जाखड़, डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. आनंद, डॉ. जितेन्द्र खटकड़, डॉ. विवेक गौड, डॉ. रामचन्द्र, डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. हरविंदर सिंह लौंगोवाल, ओएसडी पवन रोहिल्ला, एसडीओ श्रवण कुमार गुप्ता, मुनीष खुराना, हरविन्द्र राणा मौजूद थे।