आजमगढ़ :-
जीयनपुर कोतवाली के अंतर्गत छपरा सुल्तानपुर गांव में युवक की मौत सुनकर के ग्रामवासी आक्रोशित हो गए और आज पुलिस और पब्लिक आमने-सामने आ गए। जमकर चली लाठियां और ढेला पत्थर
छपरा गांव निवासी धर्मपाल गौड़ पुत्र शंकर गौड़ उम्र 21 वर्ष छपरा सुल्तानपुर गांव में ही एक प्राइवेट विद्यालय में पढ़ाने का कार्य करता था । गांव वालों का कहना है कि मंगलवार के दिन उस स्कूल के मालिक ने इसको बुलवाया और कहीं बाहर भेज दिया हम लोग खोजते रह गए लेकिन पता नहीं चला । शुक्रवार की शाम को भोपाल मध्य प्रदेश से आनंद सिंह परिहार एसआई ने धर्मपाल की मोबाइल से ही उसके घर पर फोन करके बताया कि यह लड़का मर चुका है और यह मोबाइल जप्त की जा रही है। आप लोगों को हमारे नंबर पर संपर्क करना होगा। सूचना पाकर के मृतक के पिता शंकर गौड़ रिश्तेदारों और स्कूल के मालिक के साथ मध्य प्रदेश भोपाल पहुंचे और शव पोस्टमार्टम के बाद यह लोग आज लेकर के गांव के लिए निकले कि गांव वाले आक्रोशित होकर के सड़क पर बैठ गए। सड़क जाम ना हो इसके लिए कोतवाली हिमेंद्र सिंह पुलिस चौकी इंचार्ज भगत सिंह तमाम अधिकारियों ने जनता को समझाना चाहा लेकिन जनता अपने फैसले से टस से मस नहीं हुई । शाम को लगभग 3:00 बजे के बाद जब एंबुलेंस से शव गांव के पास पहुंचा तो पुलिस प्रशासन ने उस एंबुलेंस को वापस कोतवाली भिजवा दिया जिससे जनता ग्रामीण बहुत ही आक्रोशित हो उठे और जब जनता इधर एंबुलेंस के तरफ बढ़ी तो पुलिस भी लाठी डंडा लेकर के और भाजते हुए आगे बढ़ गई जिससे जनता तितर-बितर तो हुई लेकिन फिर वापस जनता ने पत्थर चलाया जिससे कई लोग घायल भी हुए। जनता के तरफ से भी पुलिस को वापस पीछे घूमना पड़ा । आक्रोशित लोगों ने कई गाड़ियां तोड़ दी और एक गाड़ी को आग लगा दिया। यहां तक कि प्रेस वालों को भी नहीं बख्शा गया। प्रेस वालों की गाड़ियां भी तोड़ दी गई। पुलिस के लाठी चलाने से मृतक की मां पार्वती देवी भी घायल हो गई हैं और एक सोनू पुत्र चंद्रपति घायल हो गए हैं। मृतक दो भाई मैं छोटा था बड़ा भाई चंद्रशेखर और छोटा वाला धर्मपाल था। धर्मपाल की मृत्यु हो गई ।
*ब्यूरो रिपोर्टर आजमगढ़ *