सड़क निर्माण के स्थान पर ओवरब्रिज बनाने की मांग अभी भी ग्रामीण डटे।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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किसानों का तर्क प्रशासन को निकालना चाहिए समाधान का रास्ता।
किसानों का कहना अगर न हुआ समाधान तो होगी सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद।
कुरुक्षेत्र, 6 अप्रैल : मारकंडा नदी के कारण प्रभावित किसान पिछले दो दिनों से सरकार से सड़क के निर्माण कार्य में उचित व्यवस्था की गुहार लगा रहे हैं। किसानों के अनुसार नई सड़क एन. एच. 152 जी के बारे में जो उन्हें जानकारी मिली है उससे उनकी फसलों को मारकंडा के ओवरफ्लो पानी से भारी नुकसान होगा जो वह सहन नहीं कर सकते हैं। दूसरे दिन भी किसानों ने प्रशासन एवं सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी व्यवस्था ठीक करने की गुहार लगाई है।
अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी, ठसका मीरां जी, अजमत पुर, मेघा माजरा, जलबेहड़ा, दुनिया माजरा, खंजर पुर मोहम्मद शाह, श्री नगर, मांडी, पीपली माजरा इत्यादि के सैंकड़ों किसानों ने एकत्रित होकर कहा कि निर्माण कार्य के लिए समान पहुंचना शुरू हो गया है लेकिन अभी तक भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि नई सड़क एन. एच. 152 जी के निर्माण कार्य में व्यवस्था अगर ठीक न की गई तो उनकी सैंकड़ों एकड़ फसल के बर्बाद होने का खतरा है। वह बार बार मांग कर रहे है कि छोटे पाइपों एवं पुलिया से मारकंडा का ओवरफ्लो पानी का समाधान नहीं हो सकता है। सड़क के बनने से बाढ़ का खतरा अधिक रहेगा।
अपनी मांग को लेकर प्रभावित गांवों के किसानों ने दूसरे दिन भी श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में एकत्रित हो कर बैठक की। इस बैठक में गुरनाम सिंह सैनी, जगतार सिंह जैतका, लखविंदर सिंह, नसीब सिंह, मुख्तियार सिंह, महिंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह, सुखदेव सिंह, जरनैल सिंह, नाजर सिंह, कश्मीर सिंह, बलविंदर सिंह व सुखबीर सिंह इत्यादि किसान मौजूद रहे। इन किसानों ने बताया कि उनके गांवों का काफी क्षेत्र सहित ठसका मीरां जी के डेरे एवं डेरा बाबा मारकंडा फ्लड एरिया (बाढ़ प्रभावित क्षेत्र) में आते हैं। अगर सड़क निर्माण कार्य ठीक न किया गया तो इस क्षेत्र के गांव एवं डेरे ओवरफ्लो पानी में डूब जायेंगे। किसानों ने सरकार को लिखे पत्र में भी कहा है कि सरकार ने जलबेहड़ा बांध से मोहम्मद शाह बांध तक इसे ओवरफ्लो पानी की निकासी के लिए खुला छोड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में अब सड़क निर्माण कर रही है। किसानों का कहना है कि बीते वर्षों में भी इस क्षेत्र में अवरोध आने से ओवरफ्लो बाढ़ का पानी आने से किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसल एवं डेरों को नुकसान पहुंचा था। किसानों का कहना है कि सरकार ओवरब्रिज बनाकर किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने से बचा सकती है।
सड़क निर्माण को लेकर पहुंचा समान तथा एकत्रित किसान एवं डेरे के लोग।