अनुपम श्रीवास्तव l
शारदीय नवरात्र मेले के सातवें दिन मां विंध्यवासिनी की जयकारे से विंध्य धाम गूंजता रहा। मां विंध्यवासिनी को गुड़हल, कमल सहित गुलाब पुष्पों से किए गए भव्य शृंगार का दर्शन कर श्रद्धालु निहाल हुए।
उधर अष्टभुजा पहाड़ पर त्रिकोण परिक्रमा करने के लिए नर नारियों एवं बच्चों का रेला लगा रहा। शारदीय नवरात्र के साथ ही मंगलवार का दिन होने के कारण और अधिक भीड़ रही।
विंध्यधाम परिसर में विराजमान सिद्धिविनायक सहित मां काली, मां दुर्गा, मां सरस्वती, मां शीतला, माता लक्ष्मी, पंचमुखी महादेव, दक्षिणमुखी हनुमान, राधा कृष्ण, डाक भैरव व बटुक भैरव सहित कई अन्य देवी देवताओं के मंदिरों में जाकर श्रद्धालुओं ने बड़े श्रद्धा भाव से शीश नवाकर दर्शन पूजन किया। काली खोह स्थित महाकाली मंदिर में भी विधिविधान पूर्वक दर्शन पूजन किया किया गया।
अष्टभुजी देवी के दरबार में जाकर हजारों की संख्या में भक्तों ने अपनी हाजिरी लगाई। त्रिकोण पथ पर मां के जयकारे के साथ परिक्रमा कर भक्त पुण्य के भागी बने। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मंगलवार को श्री विंध्या पंडा समाज अध्यक्ष एवं मंत्री सहित समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यगण पूरे दिन श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर नजर आए।