ग्राम पंचायत सदस्यों के अधिकारों की लड़ाई के लिए आगे आए विनीत रंजन
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौलिया आजमगढ़ ग्राम पंचायत सदस्यों के अधिकारों एवं महत्वों को लेकर ग्राम पंचायत सदस्य विनीत रंजन मीडिया से खास बातचीत करते हुए बताया गया कि जिस तरह विधानसभा सदस्य विधानसभा के कैबिनेट होते हैं उसी तरह से ग्राम पंचायत सदस्य भी तीसरी सरकार ग्राम पंचायत के कैबिनेट होते हैं लेकिन हमने जबसे होश सम्भाला तब से यह देख रहे हैं की ग्राम पंचायत सदस्यों का ग्राम पंचायत में कोई महत्व नहीं। कागज में अधिकार तो बहुत हैं परंतु उनका कोई महत्व नहीं है। बिना किसी बैठक के ही प्रधान और सचिव द्वारा सभी प्रस्ताव पास कर सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर भेज दिए जाते हैं। किसी भी सदस्य को कुछ पता ही नहीं चलता। उन्होंने कहा कि यह सब देखते हुए हमने अबकी बार ग्राम पंचायत सदस्य का पर्चा भर ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और ग्राम पंचायत सदस्य चुना गया जिससे कि ग्राम पंचायत सदस्यों के हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ सकूं। उन्होंने आगे बताया कि मैंने अपनी मांग को सरकार के सामने रखने से पहले अपने गृह ब्लॉक कोयलसा की 80 ग्राम पंचायतों में कुल 962 सदस्यों में से लगभग 300 ग्राम पंचायत सदस्यों को जोड़ने का काम किया और आगामी कुछ ही दिनों में कोयलसा ब्लॉक पर ग्राम पंचायत सदस्य की बैठक कर हक और अधिकारों के बारे में चर्चा होगी और 7 सूत्रीय मांगों के साथ धीरे धीरे इस लड़ाई को आगे बढ़ाई जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि हमे पूर्ण विश्वास है की ग्राम पंचायत सदस्यों को उनका हक और अधिकार जरुर मिलेगा जिससे सदस्यों का महत्व सभी पंचायतों में समझा जाएगा और भविष्य में उत्तर प्रदेश की सभी ग्राम पंचायत के सभी वार्डों की सीटों पर ग्राम पंचायत सदस्य के लिए मजबूती के साथ चुनाव होगा जनता अच्छे लोगों को चुनकर ग्राम पंचायत की कैबिनेट में भेजेगी जहां पर पंचायत सदस्य अपनें अपनें वार्ड के कार्यों को मजबूती से ग्राम पंचायत की कैबिनेट में रखेंगे जिससे ग्राम पंचायत के विकास में भरपूर सहयोग प्राप्त होगा जिससे ग्राम पंचायत में भरपूर विकास हो सकेगा।
वरिष्ठ संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट 9452717909