“विदेशों में शिक्षा,छात्रवृत्ति एवं रोजगार के अवसर:चुनौती एवं संभावनाएं” शीर्षक पर वेबीनार 10 अप्रैल को

जांजगीर:  विदेशों में शिक्षा, छात्रवृत्ति एवं रोजगार के अवसर: चुनौती एवं संभावनाएं” शीर्षक पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन 10 अप्रैल रविवार को सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति द्वारा  किया जा रहा है। इस वेबीनार में विदेशों में शिक्षा प्राप्त कर छात्रवृत्ति एवं रोजगार प्राप्त करने से संबंधित अवसरों और चुनौतियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया जाएगा। वेबीनार गूगल मीट प्लेटफार्म पर शाम 4:30 बजे से प्रारंभ होगा जिसमें विदेशों में अध्ययनरत विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करेंगे। 
    इस वेबीनार में राजीव खोब्रागड़े कम्प्यूटर इंजीनियर कम्प्यूटर साइंस पुणे मुख्य वक्ता के तौर पर व्याख्यान देंगे। उनके साथ ग्लासगो विश्व विद्यालय स्काटलैंड के शोधार्थी रक्षिता धर, अनिकेत धोंगड़े शोधार्थी ग्लासगो विश्व विद्यालय स्काटलैंड, निनाद गायकवाड़ मास्टर सांइस आफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय अमेरिका, चक्षुपाल वानखेड़े मास्टर आफ साइंस इन फूड इनोवेशन एंड पैकेजिंग मेलबर्न विश्वविद्यालय आस्ट्रेलिया  विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करेंगे।    “विदेशों में शिक्षा,छात्रवृत्ति एवं रोजगार के अवसर:चुनौती एवं संभावनाएं” शीर्षक में  वैश्वीकरण, उदारीकरण, औद्योगिकीकरण व निजीकरण के दौर में मल्टी नेशनल कंपनियों की कार्यप्रणाली, विस्तार, आउट सोर्सिंग के माध्यम से रोजगार सृजन, विदेशों में शिक्षा के विविध आयाम, विश्व के प्रतिष्ठित विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय, पाठ्यक्रम, योग्यता, चयन प्रक्रिया और एक प्रोफेशनल के रूप में रोजगार के अवसर, वैश्विक संस्थानों में समाज के शिक्षित बेरोजगारों हेतु वैश्विक रोजगार के अवसर और संभावनाएँ, मार्गदर्शन, सहयोगी संस्थाएँ और स्वयं के प्रयास की दिशा, बढ़ती बेरोजगारी को दृष्टिगत रखते हुए रोजगारोन्मुखी शिक्षा क्षेत्र का चयन, वैश्विक सहायता, योजनाएँ और उनकी सीमाएं जैसे उप-शीर्षकों पर विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करेंगे।
        उक्ताशय की जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी ने बताया कि वेबीनार में उच्च शिक्षा और उससे संबंधित सभी पहलुओं पर जानकारी सम्माननीय वक्ताओं के द्वारा दिया जाएगा। प्रतिभागी इस लिंक पर https://meet.google.com/aoz-qjex-njr  जुड़ कर लाभान्वित हो सकते हैं।
       ज्ञात हो कि सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति का मुख्य उदेश्य शिक्षा, तकनीकी, कौशल और श्रम के माध्यम से समाज के मुख्य धारा से दूर और विकास की राह में पिछड़े हुए लोगों के सर्वांगीण विकास हेतु परिणाम मूलक कार्य संपादित करना है। इसके लिए समिति द्वारा लगातार अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी, अज्ञानता, अंधविश्वास, कूपमंडूकता, दुर्व्यसन, नशापान, पर्यावरण प्रदूषण, आलस्यता, उदासीनता, अकर्मण्यता आदि जैसे अनेक व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में बाधक तत्वों को दूर करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है।

जांजगीर-चांपा, 10 अप्रैल, 2022/ आयोजन 10 अप्रैल रविवार को सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति द्वारा  किया जा रहा है। इस वेबीनार में विदेशों में शिक्षा प्राप्त कर छात्रवृत्ति एवं रोजगार प्राप्त करने से संबंधित अवसरों और चुनौतियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया जाएगा। वेबीनार गूगल मीट प्लेटफार्म पर शाम 4:30 बजे से प्रारंभ होगा जिसमें विदेशों में अध्ययनरत विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करेंगे। 
    इस वेबीनार में राजीव खोब्रागड़े कम्प्यूटर इंजीनियर कम्प्यूटर साइंस पुणे मुख्य वक्ता के तौर पर व्याख्यान देंगे। उनके साथ ग्लासगो विश्व विद्यालय स्काटलैंड के शोधार्थी रक्षिता धर, अनिकेत धोंगड़े शोधार्थी ग्लासगो विश्व विद्यालय स्काटलैंड, निनाद गायकवाड़ मास्टर सांइस आफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय अमेरिका, चक्षुपाल वानखेड़े मास्टर आफ साइंस इन फूड इनोवेशन एंड पैकेजिंग मेलबर्न विश्वविद्यालय आस्ट्रेलिया  विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करेंगे।    “विदेशों में शिक्षा,छात्रवृत्ति एवं रोजगार के अवसर:चुनौती एवं संभावनाएं” शीर्षक में  वैश्वीकरण, उदारीकरण, औद्योगिकीकरण व निजीकरण के दौर में मल्टी नेशनल कंपनियों की कार्यप्रणाली, विस्तार, आउट सोर्सिंग के माध्यम से रोजगार सृजन, विदेशों में शिक्षा के विविध आयाम, विश्व के प्रतिष्ठित विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय, पाठ्यक्रम, योग्यता, चयन प्रक्रिया और एक प्रोफेशनल के रूप में रोजगार के अवसर, वैश्विक संस्थानों में समाज के शिक्षित बेरोजगारों हेतु वैश्विक रोजगार के अवसर और संभावनाएँ, मार्गदर्शन, सहयोगी संस्थाएँ और स्वयं के प्रयास की दिशा, बढ़ती बेरोजगारी को दृष्टिगत रखते हुए रोजगारोन्मुखी शिक्षा क्षेत्र का चयन, वैश्विक सहायता, योजनाएँ और उनकी सीमाएं जैसे उप-शीर्षकों पर विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करेंगे।
        उक्ताशय की जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी ने बताया कि वेबीनार में उच्च शिक्षा और उससे संबंधित सभी पहलुओं पर जानकारी सम्माननीय वक्ताओं के द्वारा दिया जाएगा। प्रतिभागी इस लिंक पर https://meet.google.com/aoz-qjex-njr  जुड़ कर लाभान्वित हो सकते हैं।
       ज्ञात हो कि सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति का मुख्य उदेश्य शिक्षा, तकनीकी, कौशल और श्रम के माध्यम से समाज के मुख्य धारा से दूर और विकास की राह में पिछड़े हुए लोगों के सर्वांगीण विकास हेतु परिणाम मूलक कार्य संपादित करना है। इसके लिए समिति द्वारा लगातार अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी, अज्ञानता, अंधविश्वास, कूपमंडूकता, दुर्व्यसन, नशापान, पर्यावरण प्रदूषण, आलस्यता, उदासीनता, अकर्मण्यता आदि जैसे अनेक व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में बाधक तत्वों को दूर करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है।

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