पूर्वांचल ब्यूरो
बीते चार वर्ष में डूडा की ओर से वेंडिंग जोन एवं पार्किंग के लिए केडीएस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की शहरी पथ विक्रेताओं के पंजीकरण के साथ वेडिंग जोन को सर्वे कर चिह्नित कराया गया। इसमें संस्था की ओर से 20 स्थानों का प्रस्ताव किया गया। कुल 1213 पथ विक्रेताओं का पंजीकरण किया गया था, जिनको विस्थापित किया जाना था। हालांकि इनकी संख्या इससे कहीं ज्यादा है। इसकी पुष्टी इससे ही होती है कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत भी छह हजार से ज्यादा पथ विक्रेताओं का पंजीकरण किया गया है। वेडिंग जोन चिह्नित न होने से इसका खामियाजा पटरी दुकानदार भी भुगत रहे हैं। उन्हें जाम लगाने के नाम पर पुलिस की लाठियां भी खानी पड़ती हैं। आम राहगीरों के गुस्से का कोपभाजन भी बनना पड़ रहा है।