स्वास्थ्य संबंधी मामलों की गहन समीक्षा करते हुए मंत्री ने दिये कई जरूरी निर्देश
-स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अगुआई में स्वास्थ्य संबंधी मामलों की गहन समीक्षा
-स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिये राज्य सरकार द्वारा युद्धस्तर पर प्रयास जारी
अररिया संवाददाता
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य संबंधी मामलों की गहन समीक्षा की। समाहरणालय परिसर स्थित परमान सभागार में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में बैठक में स्वास्थ्य संबंधी मामलों की बिंदूवार समीक्षा की गयी। इस क्रम में उन्होंने कोरोना संकट के दौर में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किये गये कार्यों की तारिफ करते हुए कहा कि संकट के दौर में स्वास्थ्य कर्मियों ने मानव सेवा की जो मिसाल पेश की है, वो अनुकरणीय है। इसके लिये सभी स्वास्थ्य कर्मी बधाई के पात्र हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने जिले में एपीएचसी व एचएसचसी के चिह्नित स्थलों की गहन समीक्षा करते हुए इसे सुविधा संपन्न बनाने को लेकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।
सभी विधानसभा क्षेत्र में बनेंगे 05 एचएससी व 01 एपीएचसी :
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी विधानसभा क्षेत्र में 05 एचएससी व 01 एपीएचसी बनाये जाने की योजना का खुलासा किया। इसके अलावा सदर अस्पताल परिसर में निर्माणाधिन मॉर्डन अस्पताल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में एमसीएच यानि मेटेरनल व चाइल्ड हेल्थ की अलग यूनिट स्थापित किये जाने की योजना प्रस्तावित है। इसके बाद र्ग्डन अस्पताल की क्षमता 200 बेड हो जायेगी। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अररिया आरएस में निर्माणाधीन एएनएम स्कूल का निर्माण बाधित होने की बातें सामने आयी। इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने डीएमआईसीएल के डीजीएम को 2022 तक इसका निर्माण हर हाल में पूर्ण करने का निर्देश दिया। मंत्री ने यथाशीघ्र इसका संचालन शुरू कराने को कहा। फारबिसगंज में बने एएनएम स्कूल में शैक्षणिक सत्र का संचालन जल्द शुरू कराने का निर्देश सिविल सर्जन अररिया को दिया गया।
पर्याप्त संख्या में विशेषज्ञ चिकित्सक व कर्मियों की हो रही बहाली :
मानव संसाधन से जुड़े मामलों की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य स्तर पर 8868 एएनएम की बहाली की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। जिले को पुन: पर्याप्त संख्या में एएनएम उपलब्ध कराये जायेंगे।राज्य स्तर पर बड़े पैमाने पर मेडिकल ऑफिसर व विशेषज्ञ चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया जारी है। नये सिरे से 500 से 600 मेडिकल ऑफिसर बहाल किये जायेंगे। एक सप्ताह के अंदर उन्होंने बहाली प्रक्रिया संपन्न कराने का भरोसा दिलाया। जिले के फारिबसगंज अनुमंडल अस्पताल में निर्माणाधीन 600 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाले प्लांट का संचालन जल्द शुरू कराने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्माण कार्य में संलग्न एजेंसी से सीधा संपर्क स्थापित करते हुए 30 अक्टूबर तक इसका संचालन शुरू कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में दीदी की रसोई का संचालन शुरू कराने का निर्देश दिया।
पर्व-त्यौहार के दौरान जांच व टीकाकरण की रफ्तार में लायें तेजी :
मंत्री ने सभी एपीएचसी में 02 ऑक्सीजन कंसेंनट्रेटर व सभी पीएचसी में 05 ऑक्सीजन कंसेंनट्रेटर की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी जरूरतमंदों को समय पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराना विभाग की प्राथमिकता है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बहुत जल्द सभी जिलों को एडवांस लाइफ सपोर्टिंग एंबुलेंस यानि एएनएस उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने एंबुलेंस सेवाओं की नियमित अंतराल पर समीक्षा का निर्देश दिया। ताकि लोगों को समय पर इसकी सेवाएं प्राप्त हो सके। दवा संबंधी मामलों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि हर 15 दिनों पर इसकी गहन समीक्षा की जानी चाहिये। परिवार नियोजन से जुड़ी सेवाओं को ज्यादा प्रभावी व उपयोगी बनाने का निर्देश उन्होंने दिया। सिविल सर्जन सहित अन्य अधिकारियों को नियमित अंतराल पर क्षेत्र भ्रमण करते हुए सेवाओं का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आने वाले महीने स्वास्थ्य विभाग के लिये बेहद चुनौतियों से भरा है। इसे लेकर नियमित जांच व टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का निर्देश उन्होंने दिया। बैठक में जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच, सांसद प्रदीप कुमार सिंह, फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी, सिकटी विधायक विजय कुमार मंडल, नरपतगंज विधायक जयप्रकाश यादव, डीडीसी मनोज कुमार, सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता, डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ सहित स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।