हरियाणा संपादक , वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जयराम विद्यापीठ में चल रहा है सवा लाख गायत्री मंत्र जप अनुष्ठान, अमावस्या पूजन व यज्ञ के साथ होगा समापन।
विद्यापीठ में सर्वकल्याण की भावना से हो रहा है सवा लाख गायत्री जप अनुष्ठान।
कुरुक्षेत्र, 5 अक्टूबर : जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के सान्निध्य एवं मार्गदर्शन में ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में सवा लाख गायत्री मंत्र जप अनुष्ठान विद्वान ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। नियमित सवा लाख गायत्री मंत्र जप अनुष्ठान के अवसर पर ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने बताया कि यह अनुष्ठान विश्व शांति एवं सर्वकल्याण की भावना से पानीपत के यजमान सतीश गोयल, नवीन गोयल, अजय गोयल, संजय गोयल, समर्थ गोयल, राम कुमार गोयल, मांगे राम गोयल एवं अन्य गोयल परिवार के सदस्यों द्वारा करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गायत्री मंत्र एक ऐसा मंत्र है, जिसका जाप करने से हर प्रकार के बंधनों से मुक्त हो कर सर्वकल्याण की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग संख्याओं में मंत्रों के जप का विधान है। ब्रह्मचारी के अनुसार यदि साधक पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यह मंत्र जाप व साधना करें, तो वांछित फल की प्राप्ति की प्रबल संभावना रहती है। इस अनुष्ठान का समापन 6 अक्टूबर को अमावस्या पूजन एवं यज्ञ के साथ होगा। कुरुक्षेत्र की धरती पर अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त दान-पुण्य व तर्पण का भी बहुत अधिक महत्व है।
जयराम विद्यापीठ में अनुष्ठान में जाप एवं पूजन करते हुए यजमान परिवार के सदस्य।