*बैग बनाने में जुटीं महिलाएं बढ़ा रहीं आमदनी- डॉक्टर चंद्रकला
✍️ प्रशांत त्रिवेदी
जलालाबाद । कृषि विज्ञान केंद्र अनौगी में डॉक्टर चंद्रकला के अथक प्रयासों एवं कड़े प्रशिक्षण के बाद महिलाएं बैग बनाकर अपनी आमदनी बढ़ा रही हैं। समूह से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षण देने के साथ उनका मार्ग दर्शन भी किया जाता है। ऐसे में कार्य के दौरान होने वाली मुश्किल दूर हो जाती है। कृषि विज्ञान केंद्र में 10 महिलाओं के समूह को बैग बनाने का प्रशिक्षण दिया गया इनके सहयोग में जुटी डॉक्टर चंद्रकला ने बताया कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया महिलाएं घर में रहकर बैग की सिलाई कर सकती हैं इससे उनके परिवार की आर्थिक मदद भी होगी और आर्थिक स्थिति में सुधार भी आएगा डॉक्टर चंद्रकला ने बताया अभी करीब एक दर्जन महिलाओं के द्वारा बैग की सिलाई की जा रही है। स्थानीय बाजार से कपड़ा एवं अन्य जरूरी सामान की खरीददारी की जाती है। बैग के आकार एवं उपयोग की क्षमता के अनुसार लागत आती है। 50 रुपये के लागत वाले बैग 70 से 80 रुपये में बिक जाते हैं। 300 की लागत वाले बैग करीब 400 में बिकता है। इससे महिलाओं को करीब 30 हजार रुपये की आमदनी एक माह में होगी बैग सिलाई का काम कर रही महिलाओं ने बताया ने बताया कि घर पर रहते हुए काम आसानी से हो जाता है। बैग की बिक्री में भी कोई परेशानी नहीं होती है। ज्यादातर मांग के अनुसार ही बैग तैयार किया जाता है। एक दिन में आठ से दस बैग बन जाते हैं।