तिरसकुंड के प्राथमिक विद्यालय में मना विश्व मानवाधिकार दिवस
फारबिसगंज (अररिया),
फारबिसगंज प्रखंड के तिरसकुंड पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला मधुरा में विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रधान कुमार राजीव रंजन ने बच्चों को मानव के अधिकारों से परिचित कराया। उनके शब्दों में इंसानी अधिकारों को पहचानने और वजूद को अस्तित्व में लाने के लिए, अधिकारों के लिए जारी लड़ाई को ताकत देने के लिए हर साल 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1948 ई से इसकी शुरुआत मानवता की रक्षा के उद्देश्य से की। पूरी दुनिया में मानव के खिलाफ हो रहे जुल्म सितम को रोकने तथा उसके खिलाफ हो रहे संघर्ष को नया राह दिखाने में इस दिवस का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर समाज में,हर परिवार में,प्रगति का आधार है। जीवन की जरूरतों को हासिल करना हर एक व्यक्ति का समान अधिकार है।यह अधिकार पशुओं और पक्षियों का भी है। वहीं सहायक शिक्षक रिंकु कुमार पासवान ने कहा इंसान को केवल अपने अधिकार के लिए ही नहीं बल्कि अपने कर्त्तव्यों के प्रति भी वफादार होना चाहिए क्योंकि कर्त्तव्यों के पालन से ही अधिकारों की प्राप्ति होती है। वहीं सरयू मिश्रा मेमोरियल ट्रस्ट के स्वयंसेवक चार्लेस किस्कू ने कहा कि अपनी अधिकारों को पहचानने के लिए शिक्षित होना जरूरी है। इस अवसर पर लखन मुर्मू, आरती हायिका शनिचरी देवी,समेत विद्यालयी बच्चे उपस्थित थे।