सामौल में विश्व शांति दिवस मनाया गया
फारबिसगंज से मो माजिद
फारबिसगंज राजीव रंजन ने कहा कि सर्वप्रथम संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व में फैले अत्याचार और अशांति को दूर करने के लिए 21सितंबर 1982 ई को मनाने का फैसला किया। इसका उद्देश्य विश्व में शांति बनाए रखना तथा दुनिया के कोने-कोने में कला साहित्य, संगीत और खेल जगत के द्वारा लोगों में आपसी प्रेम,प्यार, सद्भावना जागृत करना है। यह दिवस सभी देशों और मानव जाति के बीच स्वतंत्रता शांति और खुशी का एक आदर्श माना जाता है। आगे उन्होंने कहा कि भारत अपनी संस्कृति,सभ्यता और शांति के लिए दिन व दिन कठिन मेहनत करते हुए आगे बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर आतंकवाद, भ्रष्टाचार और धार्मिक अंतरता जैसी विचार धाराएं पनप रही है जो देश के विकास के लिए बाधा बनती है। अतः इनको रोकने के लिए एकजुटता दिखाए और आपस में शांति बनाए रखें। वहीं सरयू मिश्रा मेमोरियल ट्रस्ट के स्वयंसेवक चार्लेस किस्कू ने जनसंख्या नियंत्रण पर बल देकर कहा कि बढ़ती जनसंख्या भी हमारी विकास में रोकावट के कारण है। अतः छोटा परिवार सुखी परिवार और हम दो हमारे दो के सिध्दांतों को अपनाएं। इस अवसर पर शिक्षक, रसोइया और सैकड़ों बच्चे उपस्थित थे।