उत्तराखंड: सड़क संसद में मनाया गया हरेला, हरियाली की पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम, अपना परिवार

उत्तराखंड: सड़क संसद में मनाया गया हरेला, हरियाली की पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम, अपना परिवार
सागर मलिक
झंगोरे की खीर और मंडुए की पकौड़ी का प्रसाद, गीतों से गूंजा माहौल
देहरादून। उत्तराखंड की लोक परंपरा, प्रकृति और खुशहाली का प्रतीक हरेला उत्सव आज सड़क संसद, दीनदयाल पार्क, गांधी रोड, देहरादून में उल्लास के साथ मनाया गया। चौपाल के संयोजक और मालती रावत सेवा संस्थान के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भाग लिया और संयुक्त रूप से हरियाली की पूजा-अर्चना की।
अपने संबोधन में सुरेंद्र कुमार ने कहा कि हरेला उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है, जो मां नंदा देवी की स्मृति और बेटियों की खुशहाली से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सभी को हरेला और घी संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को अगली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अपना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुरुषोत्तम भट्ट ने भी इसी भावना को दोहराया। संचालन कर रहे मोहन सिंह नेगी ने जनकवि सतीश धौलाखंडी से उनका गीत पेड़ हैं सांसें, पेड़ है जीवन गवाया, जिसे उपस्थित लोगों ने तालियों के साथ सराहा।
पंडित शशि बल्लभ शास्त्री ने हरियाली की पूजा कराई और प्रसाद के रूप में झंगोरे की खीर और मंडुए की पकौड़ी वितरित की गई। कार्यक्रम में जगदीश कुकरेती, समर भंडारी, जगमोहन सिंह नेगी, सोहन सिंह रजवार, महेंद्र गुरुजी, महिपाल सिंह रावत, कुलदीप प्रसाद, प्रेम सिंह दानू, हरजिंदर सिंह, विकास कुमार, राकेश पंत, प्रदीप जखमोला, अवधेश पंत, राकेश डोभाल, आकाश राणा, हरीश जोशी, जसवंत सिंह जगपांगी, संजय कोठियाल, मंजूर अहमद बेग समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।