26 लाख का अवैध व प्रतिबंधित कफ सीरफ जब्त एक गिरफ्तार
फारबिसगंज (अररिया)
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से फारबिसगंज की ओर तस्करी के जरिए अवैध रूप से ढोए जा रहे भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरफ के खेप सहित वाहन चालक को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। उक्त कारवाई फारबिसगंज-अररिया हाईवे के ढोलबज्जा के समीप की बताई गई है। पुलिस के अनुसार वाहन से बरामद अवैध व प्रतिबंधित कफ सीरफ तकरीबन 26 लाख का बताया गया है। इधर पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त वाहन के अलावा चालक को गिरफ्तार कर लिया है। जिसका नाम प्रद्युमन प्रजापति पिता सुभाष प्रजापति बताया गया है जो गोरखपुर का ही रहने वाला है। जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। इस मौके पर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजुद थे।
इस बाबत डीएसपी राम पुकार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि संदिग्ध वाहन से अवैध सामान ढोया जा रहा है। जहां चेकिंग अभियान चलाते हुए यूपी नंबर की एक पिकअप को रोका गया। जिसकी तलाशी लेने पर उससे रखा 93 कार्टून प्रतिबंधित व अवैध कफसिरफ बरामद किया गया। डीएसपी ने बरामद नशीले कफ सीरफ का प्रयोग जिला सहित सीमा क्षेत्र में किए जाने की जानकारी देते हुए नशा के रुप में इसका प्रयोग किए जाने की बात कही। वहीं पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में भी चोरी छिपे इसे भेजे जाने तथा इसके प्रयोग से युवा वर्ग के प्रभावित होने की जानकारी दी। उन्होंने जब्त 93 कार्टून से एकसौ एमएल के कुल 14480 बोतल अवैध कफ सीरफ जब्त करने की जानकारी दी। प्रतिबंधित सिरफ़ तीन अलग अलग ब्रांडों के होने की बात कही। उन्होंने चालक को गिरफ्तार किए जाने तथा चालक के मोबाईल फोन आने वाले नंबरों को खंगाले जाने की बात कही। डीएसपी ने उक्त नंबरों से आने वाले की पहचान किए जाने के साथ साथ प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही। इसके अलावा संबंधित दवा कंपनी, डिस्ट्रीब्यूटर्स के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने तथा पटना ड्रग कंट्रोल को भी अवगत कराया है। डीएसपी ने विगत बीस मई को हाईवे पर चार अलग अलग कारों से तस्करी के जब्त कफसीरफ सहित पकड़े गए तस्करों के साथ इसका भी संपर्क होने का दावा किया है।
इधर पुलिस की पुछताछ में गिरफ्तार चालक ने जब्त किए गए कफसीरफ गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी ले जाने की बात कही। जबकि पुलिस ने सिलीगुड़ी का कागजात फर्जी होने की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार तस्करी के जरिए ढोए जा रहे लाखों के प्रतिबंधित नशीली दवा सिमराहा थाना क्षेत्र के डोरिया सोनापुर में सप्लाई करने की योजना थी जिस पर पानी फेर दिया गया है। पुलिस ने जब्त पिकअप का नंबर यूपी 53 जीटी/1033 बताया है जो गोरखपुर के बसंतपुर निवासी रिंकू वर्मा पिता भैरो वर्मा का बताया है।
विगत बीस मई को पुलिस ने 4 कार सहित 4 तस्कर के साथ 10 लाख रुपए किया था बरामद :-
विगत बीस मई को स्थानीय पुलिस ने सूचना के आधार पर फारबिसगंज हाईवे स्थित पटना बस स्टैंड के समीप अभियान चला कर प्रतिबंधित व अवैध रूप से तस्करी के नशीली दवा के बड़े खेप सहित गिरोह के चार सदस्यों को। पकड़ने में सफलता प्राप्त किया था। बरामद प्रतिबंधित कफ सिरफ का खेप चार चक्का वाहन से पटना से तस्करी कर अररिया लाए जाने के साथ साथ जब्त कफ सीरफ एवं नशीले गोली का अनुमानित मूल्य तकरीबन बीस लाख का बताया गया था। साथ ही पुलिस ने कार में रखे दस लाख रुपए भी बरामद किया था। जब्त किए गए दवाओं में नाईट्रावेट टेन एमजी टेबलेट एवं भारी मात्रा में प्रतिबंधित कपसीरफ शामिल था। हालांकि छापेमारी के दरम्यान कार सवार कई तस्कर अंधेरा का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे थे। जबकि पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार सभी तस्कर अररिया जिला के सिमराहा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। जिसमें हड़ियाबारा वार्ड संख्या सात के मो. सकील पिता अब्दुल रफीक, बोकडा पंचायत के वार्ड संख्या छह हल्दिया निवासी मो. साकिब पिता निजामुद्दीन, मो. सायेक पिता मो. महबूब आलम, एवं हल्दिया के ही वार्ड संख्या छह के एजाज आलम पिता जफीरुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।।
वहीं प्रतिबंधित दवाओं से लदे खेप सहित जब्त किए गए चार चक्का वाहनों में टीयागो का नंबर बीआर 11ए डब्लू/0977, ऑल्टो बीआर 11आर/2615, स्विफ्ट का नंबर बीआर 11 ए एक्स/3227 तथा बीआर 11एटी/1686 का बलोनो था।